हेमा मालिनी की जब धर्मेंद्र से शादी हुई तो पहली पत्नी प्रकाश कौर ने इस सच को स्वीकार कर लिय था। लेकिन हेमा मालिनी की तरफ से किसी को भी धर्मेंद्र के पहले परिवार के घर आने की इजाजत नहीं थी। पर साल 2015 में हेमा की तरफ से ईशा देओल प्रकाश कौर के घर में एंटर होने वाली पहली शख्स थीं। ये काम ईशा देओल के लिए मुश्किल था लेकिन इसमें उन्होंने देओल फैमिली के ही एक खास मेंबर की मदद ली थी।

ईशा देओल को उनके घर में एंट्री और किसी ने नहीं बल्कि सनी देओल ने दिलाई थी। दरअसल, ईशा देओल ने अपने सनी भैया को फोन कर कहा था कि वह उनके घर आना चाहती हैं। इसके पीछे की वजह थे- अभय देओल के पिता। दरअसल, धर्मेंद्र के भाई और अभय देओल के पिता अजीत देओल साल 2015 में काफी बीमार हो गए थे। ऐसे में ईशा देओल अपने चाचा जी से मिलना चाहती थीं।

ईशा देओल ने इस बारे में खुद बताया था। ईशा ने अपने 39वें जन्मदिन पर बताया था कि ‘मैं उनसे मिलना चाहती थी। वे मुझे और आहना को बहुत प्यार करते थे। हम भी अभय के बहुत क्लोज थे। हमारे पास और कोई रास्ता नहीं था। ऐसा भी नहीं था कि वह अस्पताल में भर्ती थे तो उनसे आसानी से मिला जा सकता था। ऐसे में मैंने सनी भैया को कॉल किया और फिर उन्होंने सारे अरेंजमेंट्स किए।’

ईशा ने तब ये भी बताया था कि वह तब ही पहली बार सनी देओल की मॉम प्रकाश कौर से मिली थीं। ईशा ने कहा था- ‘मैं पहली बार उनसे मिली तो मैंने उनके पैर छुए, उन्होंने मुझे आशीर्वाद दिए और वहीं से चली गईं।’

हेमा मालिनी की बायोग्राफी Hema Malini: Beyond the Dream Girl में इस बात का जिक्र किया गया है कि- ‘हेमा की तरफ से किसी भी शख्स को धर्मेंद्र के पहले परिवार के घर जाने की इजाजत नहीं थी। ईशा ही पहली थीं, जो कि अपने भाई सनी की मदद से उनके घर जा पाई थीं।’

धर्मेंद्र ने पहली पत्नी प्रकाश कौर को तलाक दिए बिना दूसरा ब्याह रचा लिया था। साल 1980 में धर्मेंद्र और हेमा मालिनी ने धर्म बदल कर शादी कर ली थी। इससे पहले साल 1954 में धर्मेंद्र और प्रकाश कौर की शादी हुई थी। उस वक्त धर्मेंद्र सिर्फ 19 साल के थे। जहां धर्मेंद्र और हेमा की दो बेटियां हैं-ईशा देओल और आहना देओल। वहीं धर्मेंद्र और प्रकाश कौर के चार बच्चे हैं दो बेटे- ‘सनी देओल-बॉबी देओल’ और दो बेटियां- ‘अजेता-विजेता’।