Divyendu Sharma: वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ से पहचान बनाने वाले मुन्ना भैया यानी कि दिव्येंदु शर्मा (Divyendu Sharma) आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। इस वेब सीरीज में उनके किरदार और अंदाज को काफी पसंद किया गया। आज वो भले ही एक सफल एक्टर के तौर पर जाने जाते हैं मगर उनके लिए भी बाकी स्टार्स के जैसे ही करियर बनाना आसान नहीं था। उन्होंने सफल एक्टर बनने के लिए काफी मेहनत की है। उनकी स्ट्रगल स्टोरी किसी के भी दिल को झकझोर के रख देने वाली है। संघर्षों के दिनों में वो हर दिन 32 रुपए खुद के लिए जरूर बचाते थे। इसकी वजह के बारे में भी आपको बताते हैं। आइए जानते हैं…

दिव्येंदु शर्मा ने अपनी जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं। 39 साल के एक्टर दिल्ली से ताल्लुक रखते हैं। उनके लिए दिल्ली से मुंबई तक का सफर कोई आसान नहीं था। पढ़ाई में भी वो कुछ खास नहीं थे। जब वो 12वीं 84 प्रतिशत से पास हुए तो पिता भी कंफ्यूज हो गए थे कि कहीं मार्कशीट फर्जी तो नहीं बनवाया है। हालांकि, ऐसा नहीं था। उन्हें बचपन से ही एक्टिंग में करियर बनाना था। एक्टर ने दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से राजनीति विज्ञान में बीए करने के बाद थिएटर के अनुभव के साथ एफटीआईआई पुणे से अभिनय में दो साल का डिप्लोमा भी किया। यहां से वो मुंबई चले गए थे, जिसके बाद उनका संघर्ष शुरू हुआ।

पहले किया विज्ञापनों में काम

दिव्येंदु शर्मा अपनी आंखों में सपने सजाए मुंबई तो चले आए थे। लेकिन यहां रहना और संघर्ष करना आसान नहीं था। फिल्मी बैकग्राउंड ना होने की वजह से कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। फिल्मों में एंट्री करने के लिए उन्होंने पहले विज्ञापनों में काम किया।

दिव्येंदु शर्मा का 32 रुपए वाला किस्सा

दिव्येंदु शर्मा काफी बुरे दौर से भी गुजर चुके हैं। उन्हें करियर के शुरुआती में 3 साल तक कोई ढंग का काम नहीं मिला था। मुंबई में खर्चा चलाना भी काफी मुश्किल होता था। वो हर दिन कम से कम अपने लिए 32 रुपए जरूर बचाया करते थे। ताकि खाना खा सकें।

माधुरी दीक्षित की फिल्म में किया काम

दिव्येंदु शर्मा ने माधुरी दीक्षित की फिल्म ‘आज नचले’ से बड़े पर्दे पर पहली बार नजर आए थे। मगर इसमें उनका रोल छोटा था। इसमें उन्हें नोटिस नहीं किया गया था। इसके बाद बड़ा मौका हाथ लगा। उन्हें ‘प्यार का पंचनामा’ ऑफर हुई। इसमें उन्होंने लिक्विड का किरदार निभाया था, जो काफी पॉपुलर हुआ था। इसके बाद उन्होंने कइयों फिल्मों में काम किया मगर खास पहचान नहीं मिली। केवल सपोर्टिंग रोल में ही रह गए थे। मूवीज में खास पहचान ना मिलने के बाद उन्होंने ओटीटी का रुख किया और ‘मिर्जापुर’ के ‘मुन्ना भैया’ से हिट गए। इसमें उनके किरदार को खूब सराहा गया।