दिल्ली दंगो को फ़रवरी में एक साल होने को हैं। 23 से 27 फरवरी के बीच हुए इन दंगों में आधिकारिक तौर पर 53 लोग मारे गए थे। इन्हीं दंगो के दौरान अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत आए थे। इस दौरान दंगे होने पर एक वर्ग द्वारा कहा गया कि ये दंगे जानबूझ कर ऐसे वक्त करवाए गए जिससे देश की छवि धूमिल हो। इसी मुद्दे पर रिपब्लिक टीवी के डिबेट शो में डिबेट के दौरान रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी पैनलिस्ट मोहम्मद तौसीफ़ रहमान पर बुरी तरह भड़क गए और उन्होंने उन्हें पाकिस्तान जाने को कह दिया।
अर्नब गोस्वामी के शो में जीडी बख्शी ने कहा कि ये माओवादी पाकिस्तान चले जाएं तो देश के लिए बेहतर होगा। जीडी बख्शी ने पैनलिस्ट मोहम्मद तौसीफ से कहा, ‘इन्होंने हर कोशिश की है, देश को छोटा दिखाने की। जब अमेरिका का राष्ट्रपति यहां आया हो, पूरी दुनिया की नज़रे हो भारत पर, उस वक्त लोग अपना घर भी साफ कर लेते हैं और अच्छा इंप्रेशन देते हैं। ये ऐसे लोग हैं जिन्होंने वही वक्त चुना दिल्ली में दंगो के लिए। इसलिए कि पूरी दुनिया के सामने भारत की नाक कटे। ऐसे नापाक लोग हैं। अर्नब बहुत सह लिया इन लोगों को, ये माओवादी, ये चाटुकार अपने तशरीफ का टोकरा पाकिस्तान में ले जाएं तो उनके लिए भी बेहतर होगा और देश के लिए भी बेहतर होगा।’
जीडी बख्शी लगभग चिल्लाते हुए बोले, ‘इतना प्यार है पाकिस्तान से, इतनी मोहब्बत है पाकिस्तान से तो यहां कर रहे हो? दफा हो जाओ यहां से, बख्शो हमें। चार टुकड़े होने चाहिए उस नापाक मुल्क के, जो न चैन से जीते हैं न किसी को चैन से जीने देते हैं। पाकिस्तान के चाटुकार ये यहां पर हैं।’
जीडी बख्शी के बोलने के बीच मोहम्मद तौसीफ भी लगातार बोले जा रहे थे। उन्होंने जवाब देते हुए कहा, ‘जितनी ऊपर आपकी मूछ है, उतनी ही ऊपर अगर आपकी सोच होती तो मैं आपकी इज्जत करता। आप कोई इज्जत करने लायक नहीं हैं क्योंकि आप झूठ बोलते हैं। आप आर्मी में रहकर झूठ बोल रहे हैं। आपके नस- नस में कम्युनल फाइट, हमारे खिलाफ नफ़रत है। आपकी औकात नहीं है और आप हमें माओवादी कह रहे हैं। मैं हिंदुस्तानी हूं और हिंदुस्तान में रहूंगा। किसी के बाप का हिंदुस्तान नहीं है। चिल्लाइए मत। पाकिस्तान भेजने की आपकी औकात नहीं है।’