सनी देओल और अमीषा पटेल की फिल्म ‘गदर: एक प्रेम कथा’ 22 साल पहले आई थी। जिसमें एक हिंदुस्तान के ट्रक ड्राइवर तारा सिंह को पाकिस्तान के नेता की बेटी सकीना से प्यार हो जाता है। अपने प्यार के लिए दोनों क्या कुछ नहीं करते। तारा अपनी सकीना के लिए पाकिस्तान तक जाता है और वहां के लोगों का सामना करता है। कई सालों बाद फिल्म का दूसरा पार्ट आ रहा है। जी हां! ‘गदर 2’ 11 अगस्त यानी कल सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। लोग इसे एक बेहतरीन फिल्म मानते हैं, लेकिन कम ही लोग जानते होंगे कि ये पूर्व सैनिक बूटा सिंह और ज़ैनब की रियल लाइव लव स्टोरी से प्रेरित है।

सनी देओल का किरदार बूटा सिंह पर ही आधारित है, जो ब्रिटिश आर्मी के पूर्व सैनिक थे। बूटा सिंह ने वर्ल्ड वार टू के दौरान लॉर्ड माउंटबेटन की कमान में बर्मा मोर्चा संभाला था। मुस्लिम लड़की ज़ैनब के साथ उनकी प्रेम कहानी भारत और पाकिस्तान में प्रसिद्ध है। बूटा सिंह पंजाब के लुधियाना में रहते थे।

ऐसे हुई थी पाकिस्तान की लड़की से मोहब्बत

रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के वक्त जब पूर्वी पंजाब से कई मुस्लिम परिवारों उनकी हत्या कर दी गई। एक मुस्लिम लड़की ज़ैनब का पाकिस्तान जाने वाले काफिला से अपहरण कर लिया गया था। उस वक्त बूटा सिंह ने उस लड़की को बचाया और उसके प्यार में पड़ गए। बूटा और ज़ैनब ने शादी तक कर ली और उनकी दो बेटियां हुईं। जिनका नाम तनवीर और दिलवीर रखा।

ये प्रेम कहानी ज्यादा नहीं चल पाई और जल्द ही भारतीय और पाकिस्तानी सरकारों ने इंटर डोमिनियन ट्रीटी पर साइन कर दिए। जिससे दोनों देशों से अपहरण की गई महिलाओं को बरामद किया जा सके।

रिपोर्ट्स के मुताबिक सर्च पार्टीज को बूटा सिंह के घर में रह रहीं ज़ैनब के बारे में पता चल गया था। बूटा के भतीजों ने ही इस बात की जानकारी स्कैड को दी थी। कानून ने कभी ज़ैनब की मर्जी नहीं जानी और उन्हें जबरन पाकिस्तान के लाहौर ले जाया गया, जहां उनका परिवार रहता था। ज़ैनब को वापस लाने के लिए बूटा ने कई जतन किए, लेकिन जब कुछ न हो पाया तो उन्होंने इस्लाम कबूल कर पाकिस्तान में एंट्री ली। लेकिन ज़ैनब के परिवार वालों ने उसपर इतना दबाव बनाया कि उन्होंने भी बूटा सिंह के साथ भारत लौटने के लिए इनकार कर दिया। इतना कुछ करने के बाद भी बूटा सिंह के हाथ जब कुछ न लगा तो वह टूट गए और उन्होंने अपनी बेटी के साथ ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। हालांकि उनकी बेटी बच गई।

बूटा अपनी पत्नी से इतना प्यार करते थे कि उन्होंने मरने से पहले सुसाइड नोट में आखिरी इच्छा जाहिर की थी। वह चाहते थे कि उन्हें अपनी पत्नी के गांव में दफनाया जाए। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। कहा जाता है कि ‘गदर’ के अलावा ‘वीर जारा’ भी बूटा और ज़ैनब की लव स्टोरी से प्रेरित है।