Gadar 2: निर्देशक अनिल शर्मा की फिल्म साल 2001 में रिलीज हुई थी, मगर रिलीज होने पर फिल्म को कठोर आलोचनाएं झेलनी पड़ी थीं। एक समीक्षक ने फिल्म को ‘गटर’ कहा था। मगर यह फिल्म 2001 की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक बनकर उभरी, जिसने बॉक्स ऑफिस पर पीरियड ड्रामा लगान से बेहतर प्रदर्शन किया।
लेहरन रेट्रो के साथ एक इंटरव्यू में, फिल्म निर्माता ने कहा कि जब ज्यादातर लोगों ने गदर की ‘भावना, प्रेम कहानी, संदेश’ की सराहना की, कुछ ने बहुत आलोचना की। उन्होंने कहा, “उस समय गदर हुई तो बड़ी ब्लॉकबस्टर, लेकिन लोगों ने गदर की कदर नहीं की।”
उन्होंने आगे कहा, “यह ठीक है। मुगल-ए-आजम के साथ भी यही हुआ, शोले के साथ भी यही हुआ; इन फिल्मों ने पुरस्कार नहीं जीते। लेकिन जनता ने इन फिल्मों को पसंद किया। मुग़ल-ए-आज़म सिर्फ एक ब्लॉकबस्टर नहीं थी, इसने हिंदी में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और साथ ही सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार भी जीता। हालाँकि शोले के लिए शुरूआती स्वागत बहुत सकारात्मक नहीं था, लेकिन कुछ हफ़्तों के बाद स्थिति बदल गई, जब वर्ड-ऑफ़-माउथ प्रभावी हो गया।”
अनिल शर्मा ने आगे कहा, ”इंडस्ट्री ने गदर को ‘गटर’ कहा। फिल्म की पहली समीक्षा जो मैंने देखी, उसका नाम था ‘गटर एक प्रेम कथा’। मुझे अब तक समझ नहीं आया कि लोग इतने कठोर क्यों थे।”
निर्देशक ने कहा, फिल्म की सफलता का एक अन्य प्रमुख कारण रामायण की ‘अंतर्धारा’ थी जिसे इसमें महसूस किया जा सकता है। उन्होंने बताया, “राम अपनी पत्नी सीता को बचाने के लिए लंका गए थे। गदर की भी ऐसी ही कहानी थी, आधुनिक संदर्भ में पाकिस्तान ही लंका था।”
अनिल शर्मा इस हफ्ते गदर 2 रिलीज करने के लिए तैयार हैं, जिसमें मुख्य कलाकार सनी देओल, अमीषा पटेल और उत्कर्ष शर्मा लौट रहे हैं। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अक्षय कुमार अभिनीत ओएमजी-2 से भिड़ेगी।