उत्तर प्रदेश के आगरा में अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार से सम्मानित हिंदी साहित्य की पहली लेखिका गीतांजली श्री के होने वाले कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है। असल में गीतांजलि श्री के खिलाफ शिकायत दर्ज किए जाने के बाद कार्यक्रम को रद्द करने का फैसला किया है। क्योंकि कहा जा रहा है कि उन्होंने उपन्यास में भारतीय देवी-देवताओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की है। कार्यक्रम को रद्द किए जाने पर फिल्ममेकर विनोद कापड़ी भड़क गए हैं।

विनोद कापड़ी ने किया ट्वीट

मशहूर फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि इस देश को बहुत बुरी नज़र लग गई है।यहाँ अब वो सब आम बात है , जो 15-20 साल पहले अफगानिस्तान पाकिस्तान में होता था।

लोगों ने दी प्रतिक्रियाएं

फिल्ममेकर के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया पर यूजर्स अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। घनश्याम नाम के यूजर ने लिखा कि अब वो दिन दूर नहीं दिखता जब खजुराहो के मंदिर ढहाए जाएंगे, साहित्य की कई प्राचीन कृतियाँ जलाई जाएंगी और अधिकांश साहित्यिकार, लेखक, कवि कैद कर लिए जाएंगे। चित्रकार, मूर्तिकार, शिल्पकार, फिल्मकार निर्वासित किए जाएंगे। हम सेंसर युग और गिरफ्तारी काल में प्रवेश कर रहे हैं!

सुनील नाम के यूजर ने लिखा कि इस देश की आप जैसे लोगों की नजर लग गई है। एक यूजर ने लिखा कि एक चक्कर अफगानिस्तान हो आते जनाब तब पता चलता कि इस महान देश को कितना कोसते हो आप लोग दिन रात। एक यूजर ने लिखा कि अभिव्यक्ति की आजादी सभी के लिए एक समान ही है, अगर कुछ गलत नहीं लिखा तो समस्या क्या है? कुछ लोग तो पार्किंग में भी अभिव्यक्ति की आजादी ढूंढ लेते हैं।

गीतांजलि श्री के उपन्यास के खिलाफ शिकायत दर्ज

जानकारी के अनुसार लेखिका गीतांजलि श्री के उपन्यास ‘रेत समाधि’ के खिलाफ सादाबाद, हाथरस के संदीप कुमार पाठक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। बता दें कि ‘रेत समाधि’ हिंदी की पहली ऐसी कृति है जो अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार की लॉन्ग लिस्ट और शॉर्ट लिस्ट तक पहुंची और आखिरकार बुकर पुरस्कार जीत भी ली।

इस उपन्यास को राजकमल प्रकाशन ने छापा है। ‘रेत समाधि’ गीतांजलि श्री का पांचवां उपन्यास है। उनके उपन्यास ‘माई’ ‘हमारा शहर उस बरस’, ‘तिरोहित’ और ‘खाली जगह’ उनकी चर्चित कृतियां हैं।