उत्तर प्रदेश में पत्थरबाजी करने वालों, हंगामा करने वालों पर सरकार कार्रवाई कर रही है और हंगामा करने वाले लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाये जा रहे हैं। इस पर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने ट्विटर पर एक के बाद एक ट्वीट करते हुए लिखा कि जितना जुल्म अब मुसलमानों पर हो रहा है, उतना 50-60 साल में कभी नहीं हुआ।

विनोद कापड़ी ने ट्विटर पर लिखा कि ‘भारत के मुसलमानों के साथ दुनिया के इतिहास की पिछले 60-70 साल की सबसे बड़ी ज़्यादती हो रही है। थोड़ी भी इंसानियत और देशभक्ति बची है तो अपने देश के मुसलमानों के दर्द में उनका साथ दीजिए, उनके लिए लिखिए, बोलिए, आवाज़ उठाइए।’ एक अन्य ट्वीट में विनोद कापड़ी ने लिखा कि ‘मेरे देश के मुसलमान दोस्तों/ भाइयों/बहनों/माताओं कभी मत सोचना कि आप अकेले हो। मैं और मेरे जैसे करोड़ों सच्चे भारतीय हमेशा आपके साथ हैं।’

सोशल मीडिया पर लोग विनोद कापड़ी के इस ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। ओमप्रकाश नाम के यूजर ने लिखा कि ‘केवल मुसलमान ही क्यों? और भी अल्पसंख्यक हैं उनको खतरा नहीं है? हिंदुओं के लिए भी यही बात बोल दो भाई।’ चंदन झा ने लिखा कि ‘साथ हम भी हैं, दो शब्द पत्थरबाजों पर भी बोलिये।’ आमिर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आप जैसे करोड़ो लोग सड़क पर क्यों नहीं दिखते। जब मुसलमानों को गोलियां मारी जाती है, जब मुसलमानों के घरों को तोड़ा जाता है, तब कोई नहीं दिखाई देता है।’

अब्दुल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘क्या फायदा साथ रहने का सिर्फ ट्विटर पर? हमारे लिए आवाज उठाने के लिए जमीन पर नजर आओ, ट्विटर पर नहीं।’ एक यूजर ने लिखा कि ‘बस आप धैर्य से काम लीजिए, उत्तेजित मत होइए, विरोध प्रदर्शन करना जरूरी हो तो अपने प्रदर्शन को अहिंसक तरीके से आगे बढ़ाइए, हिंसा की लोकतंत्र में कोई जगह नहीं है।’ पंकज उपाध्याय ने लिखा कि ‘बहुत ही बढ़िया, तो आपको उनके साथ पत्थर फेंकने भी जाना चाहिए। इस काम में आप उनको अकेले क्यों छोड़ रहे हो, उनका साथ देना चाहिए और देश के मुसलमान भाइयों यदि ये कापरी जी आपके साथ पत्थर फेंकने नहीं जा रहे तो इन पर भरोसा मत करना, ये फिरकी ले रहे हैं।

मनोज जोशी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘असल में तुम लोग ही इसकी जड़ हो, तुम लोग ने ही मुसलमान भाई बहनों को बरगलाया है, जब-जब उन्होंने गलत काम किया है, तब-तब तुम लोगों ने गलत में उनका साथ देकर उन्हें अंधेरे में रखा।’ गजेंद्र सिंह ने लिखा कि ‘बिलकुल सही, हमेशा रहेंगे। लेकिन तभी तक जब तक विरोध अहिंसक और कानून के दायरे में होंगे। पत्थरबाजी और विद्रोह से कुछ हासिल नहीं होगा, शांति से अपनी बात रखिए। सच्चे भारतीय के लिए हर एक भारतीय भाई और दोस्त है। इसके आगे धर्म जाति कहीं नहीं टिकती।’

बता दें कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद मास्टरमाइंड जावेद मोहम्मद के घर पर यूपी सरकार का बुलडोजर चला। करीब पांच घंटे तक बुलडोजर चलता रहा, इसके बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण के ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया पूरी हुई। वहीं अब जावेद मोहम्मद के मकान को तोड़े जाने के खिलाफ अधिवक्ता मंच की तरफ से इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका भेजी गई है। आरोप लगा है कि जिस मकान को ध्‍वस्‍त किया गया, वह जावेद के नाम पर नहीं बल्कि उनकी पत्‍नी के नाम पर है।