पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी के बाद नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर देश के कई हिस्सों में हिंसा हुई, आगजनी की गई। हालांकि सरकार की चुप्पी पर लोग सवाल उठा रहे हैं। फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने ट्विटर पर सरकार पर तंज कसते हुए चुप्पी पर सवाल उठाया है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के नाम संबोधन देने की अपील भी की है।

ट्विटर पर विनोद कापड़ी ने लिखा कि “कई शहरों से आगजनी और पथराव की तस्वीरें बेहद भयावह है। देश बहुत मुश्किल दौर में खड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तुरंत के तुरंत राष्ट्र के नाम संबोधन करके देश में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील करनी चाहिए , यदि वो वाकई “सबका साथ, सबका विश्वास” पर यकीन रखते हैं।’  एक और ट्वीट करते हुए विनोद कापड़ी ने लिखा कि “मोदी की जानबूझकर ओढ़ी गयी चुप्पी और नफरत को मौन सहमति देश के लिए चिंता का कारण होनी चाहिए। जिन्हें भी देश से प्यार है – सबको मोदी पर चुप्पी तोड़ने का दबाव डालना चाहिए और कहना चाहिए कि वो प्रधानमंत्री की तरह बर्ताव करें।”

लोगों की प्रतिक्रियाएं: मयंक नाम के यूजर ने लिखा कि प्रधानमंत्री को ऐसे टाइम पर भाषण नहीं एक्शन लेना चाहिए। जो देश की संपत्ति को नुकसान कर रहे हैं जो पत्थरबाजी आगजनी कर रहे हैं, उन पर देशद्रोह का केस ठोकना चाहिए।’ प्रदीप सिंह देओल ने लिखा कि ‘प्रधानमंत्री जी आईये और जनता को विश्वास में लीजिए। राष्ट्र के नाम शान्ति भरा संबोधन दीजिये।’ राकेश कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘वैसे एक बात है कापड़ी जी, आपकी नरेंद्र मोदी जी से आकांक्षाएं बहुत बढ़ गई हैं। कहीं भी भारत में कुछ भी होता है तो आप झट से मोदी जी को टैग कर देते हो। जबकि कानून व्यवस्था का विषय राज्य सरकार का है। आप इस सारे मसले के लिए योगी जी को क्यों नहीं टैग करते हो?’

शिल्पा राजपूत नाम के यूजर ने लिखा कि ‘देश को मुसीबत में डालने वालों से ही मुसीबत से बाहर निकालने की अपील की जा रही है।’ एक अन्य यूजर ने लिखा कि ‘वोट के माध्यम से सुशासक को हरा नहीं सकते तो नकारत्मक राजनीति से अराजकता दंगों आगजनी भड़काना विपक्षों की मजबूरी हो गई है।’ शिशिर राजपाल ने लिखा कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुझे एक अदा बेहद पसंद आई कि विपरीत परिस्थितियों मे एकदम मौन धारण कर लेना। वह भी ऐसा मौन धारण करते हैं कि जैसे दुनिया मंगल ग्रह के किसी व्यक्ति के बारे में बात कर रही है।

आदित्य नंदन मिश्रा ने लिखा कि ‘आप एक काम काहे नहीं करते, मोदी जी के सलाहकार बन जाइए। मोदी जी को कब देश को संबोधन करना चाहिए, कब राष्ट्र के नाम संदेश देना चाहिए आप से बेहतर कौन जानता है।’ पंकज उपाध्याय ने लिखा कि ‘आज भी आपके मुख से हिंसा करने वालो के विरोध में दो शब्द भी नहीं निकले। मेरे देश की बस एक ही समस्या है यहां कोई निष्पक्ष नहीं है। सब कहीं न कहीं किसी न किसी की ओर झुके हुए हैं।’

बता दें कि 10 जून को देश एक कई हिस्सों में आगजनी, पथराव और हिंसा की घटनाएं हुईं। इन घटनाओं के बाद लोग प्रधानमंत्री और भाजपा सरकार से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। विनोद कापड़ी ने भी सरकार पर तंज कसते हुए पीएम मोदी से देशों को संबोधित करने की बात कही है। हालांकि कुछ लोगों ने विनोद कापड़ी को ही ट्रोल करना शुरू कर दिया तो कुछ ने केंद्र सरकार पर तंज कसा है।