उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड के सिलेबस में बड़ा बदलाव किया है। नैशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) की किताबों से मुगलों से जुड़े अध्‍याय हटा दिए गए हैं। शैक्षिक सत्र 2023-24 में 12वीं में पढ़ाई जाने वाली इतिहास की किताब में से मुगल चैप्टर हटा दिया गया है। इसके अलावा 11वीं की किताब से इस्लाम का उदय, संस्कृतियों में टकराव, औद्योगिक क्रांति, समय की शुरुआत पाठ हटाए गए हैं।

वहीं रविवार को यूपी से भी इस बारे में खबर आई थी। बताया गया था कि शैक्षिक सत्र 2023-24 में इंटरमीडिएट में पढ़ाई जाने वाली इतिहास की किताब में कुछ बदलाव हुए हैं। अब इस पर राजनीति शुरू हो गई है।

सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। इसी बीच जाने माने फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने भी इस मुद्दे पर गु्स्सा जाहिर किया है। विनोद कापड़ी का कहना है कि मुगल काल में बनी इमारतों को भी गिरा देना चाहिए। जब नफरत खुलेआम करनी है तो।

विनोद कापड़ी ने ट्वीट करते हुए क्या लिखा

दरअसल विनोद कापड़ी ने इस न्यूज का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि ‘भारत के इतिहास से 331 साल , पूरे 331 साल अब इसलिए नहीं पढ़ाए जाएँगे -क्योंकि मौजूदा सरकार अब अपनी नफ़रत को खुलेआम ज़ाहिर करना चाहती है। फिर तो मुग़ल काल में बनी सारीं इमारतों को भी गिरा देना चाहिए और शुरूआत ताजमहल और लालक़िले से ही की जाए। आखिर दुनिया भी देखे भारत के तालिबानी।’

यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

विनोद कापड़ी के ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। नीरज नाम के यूजर ने लिखा कि ‘मुगल काल आपके लिए स्नेह काल था और भारत के महानायकों का दौर आपको नफरत काल लग रहा है! देश जो भी प्रगतिशील कदम उठा रहा है, उसका समर्थन भले मत करिए, परंतु भ्रम और अफवाह भी तो मत फैलाइए।’

एक यूजर ने लिखा कि ‘आप 331 साल को रो रहे है, अभी पूरे 5000 साल का इतिहास बचा है बच्चो को बताने के लिए। खुद भी पढ़ो और समझो भारत को।’ ब्रजेश नाम के यूजर ने लिखा कि ‘सिर्फ़ कुछ विवादास्पद पन्ने हटाये नहीं बदले जाएंगे ताकि इतिहास की सच्चाई लोग जान पाए।’