पंजाब में चुनाव के बाद खालिस्तान समर्थक एक बार फिर सक्रीय नज़र आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य के बठिंडा में वन विभाग के दफ्तर की दीवार पर खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे पाए गए हैं, तो वहीं होशियारपुर में खालिस्तान समर्थक रैली निकाली गई, और भारत विरोधी और पंजाब बनेगा खलिस्तान जैसे नारे लगाए गए।
इन नारों के पीछे प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ की भूमिका सामने आई है। ये दावा खुद इस आतंकी संगठन के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू ने किया है। हैरानी की बात यह है कि यह सब राज्य पुलिस की मौजूदगी में हुआ। अब इस पर फिल्ममेकर अशोक पंडित ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर भड़क गए है।
अशोक पंडित ने किया ट्वीट
फिल्ममेकर अशोक पंडित ने ट्वीट करते टाइम्स नाव के डिबेट शो को ट्वीट करते हुए लिखा कि यह अरविंद केजरीवाल का खालिस्तानियों के लिए उधार चुकाने का समय है, क्योंकि खालिस्तान वालों ने ही चुनाव के समय केजरीवाल जी का समर्थन किया था।
फिल्ममेकर के ट्वीट पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
पंडित के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। राजीव नाम के यूजर ने लिखा कि हां यही लगता है। सुखबीर नाम के यूजर ने लिखा कि केंद्र सरकार को गवर्नर रूल लगाना चाहिए । सांप निकलने के बाद लकीर पीटने का कोई फायदा नहीं होगा। एक यूजर ने लिखा कि ये सत्ता के लिए कुछ भी करेंगे। दुर्गेश नाम के यूजर ने लिखा कि अगर ऐसा है तो पंजाब सरकार पर केंद्र सरकार एक्शन क्यों नहीं ले रही? क यूजर ने लिखा कि इसका मतलब है कि राज्य सरकार पंजाब में खालिस्तान आंदोलन और एक अलग खालिस्तान राज्य बनाने का पूरा समर्थन कर रही है। रवि नाम के यूजर ने लिखा कि हो सकता हो नकली पुलिस हो।
आतंकी संगठन के चीफ ने वीडियो में क्या कहा
हिंदुस्तान मुर्दाबाद खालिस्तान-पाकिस्तान जिंदाबाद और सिख, मुस्लिम भाई-भाई लिखा हुआ है। उसने यह भी कहा है कि 26 जनवरी 2023 से पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में खालिस्तान पर जनमत संग्रह आरंभ हो रहा है। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब पंजाब में इस प्रकार के नारे लगाए गए हैं। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री मंत्री बेअंत सिंह की प्रतिमा और मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत सिंह मान के फ्लेक्स बोर्ड पर देर रात शरारती तत्वों ने खालिस्तान जिंदाबाद के स्लोगन लिख माहौल खराब करने की कोशिश की थी। यहीं नहीं श्री देवी का मंदिर के सामने दीवारों पर खालिस्तानी स्लोगन लिखे गए थे।