बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। वो अक्सर अपने ट्वीट्स के लिए सुर्खिंयों में बने रहते हैं। हाल ही में एक यूजर ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें बरखा दत्त कोरोना संकट में मदद के लिए आरएसएस कार्यकर्ताओं की तारीफ करती दिख रही हैं। जिसके बाद अशोक पंडित ने तंज कसते हुए यूजर को जवाब दिया, ‘मजबूरी का नाम महात्मा गांधी। अपने आप को ईमानदार पत्रकार होने का सर्टिफ़िकेट भी तो चाहिए ना।’ अशोक पंडित के इस ट्वीट के बाद यूजर्स अलग-अलग तरह से प्रतिक्रियाएं देते नजर आ रहे हैं।
मजबूरी का नाम महात्मा गांधी ! अपने आप को ईमानदार पत्रकार होने का सर्टिफ़िकेट भी तो चाहिए ना ! https://t.co/vuUPgDIIYx
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) May 26, 2020
एक यूजर ने लिखा, ‘इनकी ईमानदारी का तो सारे विश्व को पता है, इसमें भी कोई चाल होगी।’ वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘नहीं ये 5 साल में एक बार आरएसएस के प्रति अपने काम को बता देते हैं, तटस्थता दिखाने के लिए और हजार बार गाली ही देंगे। इनके बहकावे में न आइए।’ ये कुछ ऐसा ही है कि हज़ारों को कोरोनावायरस फ़ैलाओ और किसी एक को प्लाज़्मा दे दो! लाखों का रास्ता रोको और एक शवयात्रा पर वाह वाही लूटो। सेक्यूलर हिंदू भी इनका गुणगान करने में ख़ूब दिलचस्पी दिखाते हैं! बेड़ा ग़र्क है साहब?’
गौरतलब है कि फिल्ममेकर अशोक पंडित ट्विटर पर किसी को बख्शते नहीं हैं। हाल ही में ‘पिंजरा तोड़’ नाम के नारीवादी समूह की संस्थापक देवांगना और नताशा को क्राइम ब्रांच की स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम द्वारा गिरफ्तार किए जाने को लेकर जावेद अख्तर ने गृहमंत्रालय पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘जब देश कोरोना के कारण मजदूरों के पलायन, बेरोजगारी और भूख से जूझ रहा है, वहीं गृह मंत्रालय सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को गिरफ्तार करने में व्यस्त है।’
जावेद के इस ट्वीट पर अशोक पंडित ने उन्हें ईद की बधाई देते हुए लिखा,‘ईद मुबारक जावेद साहब। देश को प्रभावित करने वाले सभी प्रकार के वायरस के खिलाफ कार्रवाई करना सरकार का कर्तव्य है।’वहीं अशोक पंडित इससे पहले अपने ट्वीट्स के जरिए वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष पर भी निशाना साधते हुए नजर आए थे।