महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज है। कभी शिवसेना के सच्चे सिपाही माने जाने वाले एकनाथ शिंदे ने बगावत कर दी है। शिंदे का कहना है कि कांग्रेस, एनसीपी का साथ छोड़कर, शिवसेना भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाए। शिंदे अपने पक्ष के विधायकों के साथ गुजरात के सूरत से असम पहुंच गए हैं। इधर उद्धव ठाकरे अब लोगों के निशाने पर आ गये हैं।
द कश्मीर फाइल्स के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने उद्धव ठाकरे की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि “अपने पिता के बनाए सिद्धांतों को कुचल के कोई भी बेटा सफल नहीं हो सकता।” जिस तस्वीर को अग्निहोत्री ने शेयर किया है उसमें बाला साहेब भी नजर आ रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं: नावेद नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कश्मीरी पंडितों के तकलीफ को अपने लिए पैसा कमाने का जरिया समझने वाला निर्देशक भी कभी सफल नहीं हो सकता।’ प्रवीण नाम के यूजर ने लिखा कि ‘सोनियासेना ने हनुमान चालीसा का विरोध किया था तो अब हनुमानजी का प्रकोप शुरु हो गया है।’ अमित नाम के यूजर ने लिखा कि ‘पालघर के निर्दोष साधुओं की हत्या के पाप की सजा तो मिलनी ही थी, तो यह तो शुरुआत है।’
प्रतीक्षा नाम की यूजर ने लिखा कि ‘वक्त का पहिया घूमने वाला है और उखाड़ देने वाले खुद उखड़ने वाले हैं।’ इरशाद नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कश्मीरी पंडितों के नाम पर लाखों करोड़ों कमाने वाला इंसान भी ज्ञान दे रहा है।’ एक यूजर ने लिखा कि ‘बिना सत्ता के भी राज था, काश यह महोदय इस बात को समझे होते तो आज नाम और प्रतिष्ठा बनी रहती।’
एक यूजर ने लिखा कि ‘बालासाहेब एक नाम नहीं एक व्यक्तित्व था। उद्धव जी नाम का फ़ायदा उठा सकते हैं पर उस व्यक्तितव को कभी पा नहीं सकते।’ समर खान ने लिखा कि ‘..और उनके पिता के सिद्धांत क्या थे और इस बेटे ने क्या उन्हें कुचला है। इस बात को जज करने वाले हम और आप भी नहीं हो सकते। इतना ग़ुरूर अच्छा नहीं जनाब।’
बता दें कि महाराष्ट्र में उस वक्त सियासी बवंडर आ गया जब इस बात की जानकारी सामने आई कि शिवसेना नेता और महाराष्ट्र सरकार में मत्री एकनाथ शिंदे कई विधायकों के साथ सूरत के एक होटल में रुके और शिवसेना के शीर्ष नेतृत्व के संपर्क नहीं थे। अब एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के सामने मांग रखी है कि कांग्रेस-एनसीपी को छोड़कर भाजपा के साथ सरकार बनाएं।
