कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत आए दिन अलग- अलग राज्यों में किसान महापंचायतों को संबोधित कर रहे हैं। राकेश टिकैत अपने भाषणों में लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर दिख रहे हैं। सोशल मीडिया के जरिए भी वो बीजेपी की केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं कि सरकार महज कुछ व्यापारिक घरानों के इशारे पर चल रही है। राकेश टिकैत ने हाल ही में इसी तरह का एक ट्वीट किया है जिस पर यूजर्स उनसे सवाल पूछने लगे हैं। राकेश टिकैत ने अपने ट्वीट में कहा कि देश में सरकार नहीं बची है बल्कि व्यापारी देश को चला रहे हैं।
उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में लिखा, ‘इस समय देश में सरकार नहीं बची है। केंद्र में कोई सरकार नहीं। देश को व्यापारी लोग चला रहे हैं और इन व्यापारियों से सभी सरकारी संस्थानों को बेच दिया है।’ उनके इस ट्वीट पर यूजर उनसे कई तरह के सवाल पूछ रहे हैं।
जट्टी नूर नाम की एक यूजर ने लिखा, ‘व्यापारी के बिना विश्व का कौन सा देश चल रहा है? एक नाम ही गिना दें। रोजगार और रोटी व्यापार ही दे सकता है।’ द डीग नाम से एक यूजर लिखते हैं, ‘आप भी तो बिजनेसमैन ही हो। बताओ सबको कि कितना बड़ा बिजनेस है आपका?’ विजय नाम से एक यूजर लिखते हैं, ‘तुम व्यापारी हो, आंदोलन बेच दिया। किसान सड़कों पर हैं और तुम होटल में..।’
इस समय देश में सरकार नहीं बची है। केंद्र में कोई सरकार नहीं। देश को व्यापारी लोग चला रहे हैं और इन व्यापारियों ने सभी सरकारी संस्थानों को बेच दिया है।
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) March 31, 2021
इसी के साथ ही राकेश टिकैत ने एक और ट्वीट किया है जिस पर लोग उनसे सवाल पूछ रहे हैं। राकेश टिकैत ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘देश में बेरोजगारी और भुखमरी बढ़ती जा रही है। युवाओं के भविष्य को लेकर सरकार के पास किसी तरह की योजना नहीं है।’
देश में बेरोजगारी और भुखमरी बढ़ती जा रही है। युवाओं के भविष्य को लेकर सरकार के पास किसी तरह की योजना नहीं है।
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) March 31, 2021
उनके इस ट्वीट पर दिनेश चावला नाम के यूजर ने लिखा, ‘तुम तो किसानों की लड़ाई लड़ रहे थे न?’ अनिल देव नाम के यूजर ने लिखा, ‘किसान धरने पर बैठे हैं, भुखमरी तो आएगी न।’
मनीष कुमार नाम के यूजर ने लिखा, ‘कोई संस्थान नहीं बिका है चचा। अगर वास्तव में कुछ बिका है तो वो है बिचौलियों के धंधे, कमीशन खोरों का कमीशन और किसानों को लुटने वालों के व्यवसाय।’
कुछ दिनों पहले राकेश टिकैत ने कहा था कि अगर कृषि कानून वापस नहीं हुए तो वो आत्महत्या कर लेंगे। कुछ यूजर्स उनके बयान का स्क्रीनशॉट शेयर कर उनसे पूछ रहे हैं कि इसका कोई अपडेट है। बहरहाल, राकेश टिकैत किसान अब नरेंद्र मोदी के गृहराज्य गुजरात जाने की तैयारी में हैं। वो वहां 4 और 5 अप्रैल को किसान महापंचायत में हिस्सा लेंगे।

