किसान नेता राकेश टिकैत किसान आंदोलन को देशभर में फैलाने के उद्देश्य से कई राज्यों का दौरा कर रहे हैं। वो चुनावी राज्यों में भी जा रहे हैं और लोगों से अपील कर रहे हैं कि लोग बीजेपी को वोट न करें। सरकार के प्रति उनका रुख बेहद सख्त रहा है। कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों और सरकार के बीच कई महीनों से बातचीत भी ठप्प पड़ी है। जनवरी में ही पिछली बातचीत हुई थी जिसका कोई नतीजा नहीं निकला था। राकेश टिकैत लगातार किसानों के मुद्दों पर केंद्र सरकार पर हमलावर दिखे हैं। अब उन्होंने ट्विटर पर एक ट्वीट कर कहा है कि किसानों को दिल्ली में घुसना होगा। आपको बता दें कि किसान दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं।

राकेश टिकैत ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट किया, ‘किसानों को फिर दिल्ली में घुसना होगा और बैरीकेड तोड़ने होंगे।’ उनके इस ट्वीट पर यूजर्स भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। मोहम्मद नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘हम किसान आंदोलन के साथ हैं, किसानों की सभी मांगे मानी जानी चाहिए।’

कुंवर अजयप्रताप नाम के एक यूजर ने दिल्ली पुलिस को टैग करते हुए लिखा, ‘कृपया संज्ञान में लें। यह व्यक्ति लोगों को भड़का कर पुनः 26 जनवरी जैसी घटना करने का प्रयास कर रहा है। यदि दिल्ली या देश के किसी भी हिस्से में 26 जनवरी जैसी घटना पुनः होती है तो उसके लिए यही व्यक्ति जिम्मेदार होगा।’

 

श्रीकृष्ण नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘संविधान में संशोधन का अधिनियम है, इसे खत्म करने वाला नियम नहीं है। आपको भी अच्छी तरह से मालूम है। अब उसे कोई भी खत्म नहीं करवा सकता। टिकैत आप जनता को उल्लू बनाकर अपना राजनीतिक मकसद मत साधो क्योंकि ये नए भारत की जनता है।’

 

मुखर्जी नाम के एक यूजर लिखते हैं, ‘इससे अच्छा एक काम क्यों नही करते? अगर सच में देश का किसान आप लोगों के साथ है तो उनलोगों से अपील करके मोदी सरकार के किसान सम्मान निधि के पैसे बॉयकॉट क्यों नहीं करवाते? अगर नौ करोड़ में से आधे से ज्यादा किसानों ने सालाना ₹6000 बॉयकॉट कर दिया तो सरकार को वो तीनों बिल वापस लेना ही होगा।’

 

 

राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को लेकर बुधवार को यह भी कहा कि बिना इलाज के रस देने वाली नहीं है दिल्ली। उन्होंने सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी ने जनता को जाति- धर्म में बांट दिया है।