Delhi Violence: गीतकार ज़ावेद अख़्तर (Javed Akhtar) इन दिनों अपने बयानों की वजह से चर्चा में हैं। बीते दिनों उन्होंने दिल्ली हिंसा को लेकर केंद्र सरकार और पुलिस पर निशाना साधा था। अब उन्होंने लेखक और विचारक तारिक फतेह को घेरा है। दरअसल, तारिक फतेह (Tarek Fatah) ने एक ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था, ”दुर्भाग्य से, हर मुसलमान के मानस में एक मुल्ला गहराई से निहित है। जो नास्तिकों को ‘मुस्लिम राष्ट्रवादियों’ में बदल देता है। ये वे लोग हैं जो खुद को हिंदू घृणा से मुक्त नहीं कर सके। इसमें कोई अपवाद नहीं है। ये लोग बलूचिस्तान में पाक नरसंहार की निंदा करते हैं”।
गीतकार ज़ावेद अख़्तर (Javed Akhtar) ने इसी ट्वीट पर तारिक फतेह को घेर लिया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘तारिक साहेब, हम दोनों सार्वजनिक तौर पर मुस्लिम अतिवादियों के खिलाफ हैं, लेकिन मैं आपसे जानना चाहता हूं कि आप विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल की किन बातों से इत्तेफाक नहीं रखते हैं?’। ज़ावेद अख़्तर ने आगे लिखा, ‘ मैं आपको (तारिक फतेह को) नैतिक रूप से साहसी व्यक्ति मानता हूं, मुझे यकीन है कि आप मेरे सवालों को टालेंगे नहीं, इसका जवाब देंगे’।
Tarik saheb both of us are publicly against muslim communalists n mullas but I would like to know what are the issues if any on which you are in total disagreement with VHP BAJRANG DAl . Knowing you as a man of moral courage I am sure you won’t side track the question .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) March 1, 2020
जावेद अख्तर के इस ट्वीट पर लोग उनके खिलाफ भी बोलते दिखाई दिए। ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा- ‘बजरंग दल एंटी नेशनल स्लोगन नहीं बोलता, न ही पब्लिक को भड़काता है।’ तो एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘एक अतिवादी ज्ञान कैसे दे सकता है?’ तो कोई बोला- ‘जावेद साहब हिंदू कभी कट्टर नहीं हो सकता, आज वो मुसलमानों के अगेंस्ट इसलिए खड़ा है कि उसके अंदर डर है, जैसे उनके साथ कश्मीर-बांग्लादेश और पाकिस्तान में हुआ, वैसा दोबारा न हो और ये डर खत्म करना जरूरी है।’
Unfortunately @SarahTheHaider, a tiny Mullah lies embedded deeply in every Muslim’s psyche; turns even atheists like yourself into ‘Muslim Nationalists’. They couldn’t free themselves of Hindu hatred. @ExmuslimsOrg r no exception. U guys nvr condemn Pak genocide in Balochistan. https://t.co/v6XIOhX7gw
— Tarek Fatah (@TarekFatah) March 1, 2020
एक यूजर ने सवाल किया, सब छोड़ो, ये बताओ कि सीएए के अगेंस्ट क्यों हो? एक अन्य यूजर ने लिखा- आप इन ऑर्गनाइजेशन्स से इतना प्रभावित कैसे हो सकते हो? किसी ने जावेद को जवाब दिया- ‘तारिक साहब आपके जैसे नहीं हैं…जनाब।’