सलमान खान के घर पर 14 अप्रैल की सुबह फायरिंग हुई थी। इस मामले में मुंबई पुलिस ने दोनों आरोपियों दो दिन के अंदर ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को गुजरात के भुज से गिरफ्तार किया गया था। मुंबई पुलिस ने उनसे पूछताछ की जिसमें कई सच निकलकर सामने आए। दोनों ने लॉरेंस बिश्नोई के कहने पर गोली चलाई थी, लेकिन उनका कहना है कि वह सलमान खान को केवल डराना चाहते थे।
सलमान खान के घर पर फायरिंग करने वाले लड़के बिहार के रहने वाले हैं और उन्हें लॉरेंस बिश्नोई के गैंग ने ये काम सौंपा था। पुलिस से मिली जानकारी में सामने आया है कि दोनों शूटर ने कहा है कि वह उनका मकसद सलमान खान को मारना नहीं, डराना था। गोली चलाने वाले शूटर्स का नाम सागर पाल और विक्की गुप्ता है, दोनों बिहार के चंपारण के रहने वाले हैं। दोनों को लॉरेंस के गैंग ने सलमान खान के घर पर फायरिंग करने का काम दिया था, जिसके लिए वह पिछले कई दिनों से प्लानिंग कर रहे थे।
मुंबई पुलिस के अधिकारी ने बताया कि दोनों आरोपियों को फायरिंग की घटना से पहले 29 फरवरी से 1 मार्च के बीच सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट के थोड़ी ही दूर स्थित होटल ताज लैंड्स के आसपास देखा गया था। पूछताछ में ये भी सामने आया कि वह दोनों सलमान खान के पनवेल वाले फार्म हाउस से 10 किमी की दूरी पर ही रुके थे। मुंबई के किला कोर्ट ने दोनों को दस दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
इस घटना के बाद लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर कर फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी। उसने कहा था कि ये केवल एक ट्रेलर था, अगली बार गोली घर पर नहीं चलेगी। पुलिस ने अनमोल के खिलाफ भी पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
शूटर के घर वाले दुखी
बता दें कि शूटर सागर के पिता ने बताया कि उनका बेटा बाहर पैसे कमाने गया था। वह घर में ये कहकर गया था कि वह जालंधर काम कनरे जा रहा है। इसके साथ ही शूटर विक्की की मां ने बताया कि होली के बाद वह भी कमाने के लिए बाहर गया था। उन्हें न्यूज चैनल के जरिए पता चला कि उनके बेटे को गिरफ्तार किया गया है।