पेगासस स्पाईवेयर के जरिए कथित तौर पर कई नामी हस्थियों की जासूसी कराने के आरोपों को लेकर केंद्र सरकार लगातार घिर रही है। विपक्षी दलों ने भी संसद में इस मामले को लेकर हंगामा किया। पेगासस को लेकर दावा किया जा रहा है कि इससे दुनियाभर के कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और वकीलों पर नजर रखी जा रही थी। इस मामले को लेकर न्यूज नेशन के डिबेट शो में भी चर्चा की गई, जहां कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत और भाजपा प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम में जमकर बहस हुई। डिबेट में सुप्रिया श्रीनेत ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि आरोप आप पर लगे और एफआईआर विपक्ष दर्ज कराए तो आप क्या झुनझुना बजाने के लिए थे।
सुप्रिया श्रीनेत ने पेगासस मामले पर बात करते हुए कहा, “इसमें केवल राहुल गांधी की जासूसी नहीं हो रही थी, बल्कि चुने हुए मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, उप मुख्यमंत्रियों, सीबीआई निदेशक, सीजेआई के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाने वाली महिला की भी जासूसी हुई है।”
सुप्रिया श्रीनेत ने पेगासस पर सवाल करते हुए कहा, “नेशनल सिक्योरिटी सेक्रेट्रिएट काउंसिल का बजट 2016 तक 33 करोड़ रुपये होता था, लेकिन यह बढ़कर 2017 में 333 करोड़ हो गया और कोई बता नहीं पाया कि यह क्यों बढ़ा, क्योंकि उसी दौरान पेगासस खरीदा गया था।”
Opening Comments from Supriya Shrinate on #Pegasus Software. @SupriyaShrinate @rssurjewala pic.twitter.com/FBLalMLkpj
— जॉर्ज कुरियन (@GeorgekurianINC) July 23, 2021
सुप्रिया श्रीनेत ने सरकार पर तंज कसते हुए आगे कहा, “सरकार ये बताए कि उन्होंने पेगासस खरीदा कि नहीं। आपके ऊपर इतने गहरे आक्षेप लगे हैं, नैतिकता बेच खाई है क्या? क्योंकि जब आरोप आप पर लगे हैं तो विपक्ष एफआईआर करा ले और विपक्ष चला जाए कोर्ट तो आप क्या झुनझुना बजाने के लिए आए थे।”
सुप्रिया श्रीनेत यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने आगे कहा, “जब इन्हें सच बताने लगो तो यह लोग घबरा जाते हैं भौखला जाते हैं। मुद्दे तो इतने हैं कि आप घिर जाएंगे।” उनकी इस बात का जवाब देते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “अरे तो आइये न, संसद में चर्चा कीजिए। यह बातें हम करने के लिए तैयार हैं। आपको मालूम है कि सरकार का जो आदेश होगा, वह पूरा देश मानेगा।”
वहीं सुप्रिया श्रीनेत ने सैयद जफर इस्लाम का जवाब देते हुए कहा, “असल में आपकी जासूसी का इतिहास बहुत पुराना है। जासूसी का इतिहास तो गुजरात से आया है। वो दो लोग जो गुजरात में जासूसी करते थे, अब यहां कर रहे हैं।”