महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने गुरुवार को राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में देश भर में कुपोषित बच्चों का डाटा प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि देशभर में 6 माह से 6 साल उम्र वर्ग के 9,27,606 बच्चे ऐसे हैं जो अत्यंत कुपोषित हैं। इनमें से 3,98,359 बच्चे उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में हैं। इस मुद्दे को लेकर विपक्ष समेत सोशल मीडिया पर तमाम लोग योगी सरकार को घेर रहे हैं। कांग्रेस की सुप्रिया श्रीनेत ने भी इस मसले पर उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया है।
एबीपी न्यूज के डिबेट शो में बोलते हुए सुप्रिया श्रीनेत ने इन सभी मुद्दों पर सवाल उठाए लेकिन जब पैनलिस्ट शांतनु गुप्ता ने अपनी बात रखनी चाही तो कांग्रेस की प्रवक्ता ने उन्हें बोलने नहीं दिया। उनका आरोप था कि गुप्ता अपनी असली पहचान में सामने नहीं आते, उन्हें राजनीतिक विश्लेषक क्यों बताया जाता है।
उत्तर प्रदेश सरकार को निशाने पर लेते हुए सुप्रिया कह रहीं थीं, ‘9 लाख में से 4 लाख बच्चे कुपोषित हैं उत्तर प्रदेश में। क्यों ऐसा है? क्यों महिलाओं के खिलाफ रेप होता है? चीरहरण करते हैं भाजपा वाले। बताईए क्यों?’
शो के एंकर अखिलेश आनंद ने सुप्रिया की चुप कराने की कोशिश करते हुए कहा, ‘शांतनु को अपनी बात तो रखने दीजिए, सब एक साथ बोलेंगे तो कैसे काम चलेगा, कोई किसी को सुन नहीं पाएगा। शांतनु जी को अपनी बात तो रख लेने दीजिए। सुप्रिया जी।’
यूपी में 400000 बच्चे कुपोषित हैं मुबारक हो आदित्यनाथ।मुबारक हो यूपी वाले आप नंबर वन बन गए। काशी को #कोइटो बनाने का सपना दिखाया गया था।
बुद्धिजीवी नहीं है। भेड़िए की खाल में बीजेपी के कार्यकर्ता हैं। @SupriyaShrinate @wasiiyc @DrArchanaINC pic.twitter.com/R3NWgvaPeK— Tanveer Shaikh (@Tanveer75506628) August 1, 2021
सुप्रिया श्रीनेत ने भड़कते हुए कहा, ‘तो जवाब दें न ये। मूर्खता की बात करते हैं ये, बेवकूफी की बात करते हैं। अगर ये भाजपा के बंदे होते तो मैं इनसे बात करती। ये राजनीतिक विशेषज्ञ की खाल ओढ़े घूम रहे हैं और आप लोग इनको घूमने देते हैं। ये भाजपा समर्थक हैं, भाजपा का हूं, बोले आकर यहां पर।’
एंकर ने फिर कहा कि वो शांतनु को अपनी बात रखने दें जिससे इनकार करते हुए सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ‘लिखिए न वो कौन हैं। इनकी असलियत बताकर शो पर लाया करिए। ऐसा बिलकुल नहीं चलेगा। ये जिम्मेदारी आपकी है। आपकी क्या जिम्मेदारी है? आप सच भी नहीं बताते लोगों को। क्यों बोलने दूं मैं उन्हें।’
इसी बीच शांतनु गुप्ता बोलने लगे लेकिन सुप्रिया श्रीनेत लगातार बोले जा रही थीं। इसके बाद एंकर को शांतनु गुप्ता को छोड़ दूसरे पैनलिस्ट से बात करनी पड़ी।