CineGram: बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त की नशे की आदत के बारे में सब जानते हैं, लेकिन क्या आपको ये पता है कि एक बार सुनील दत्त ने खुद संजय दत्त को सिगरेट सुलगाकर दी थी और संजय दत्त वो सिगरेट पी भी गए थे। ये किस्सा छपा है यासिर उस्मान द्वारा लिखी गई संजय दत्त की बायोग्राफी में। 65 साल के हो चुके संजय दत्त का जन्म 29 जुलाई 1959 को मुंबई में हुआ था।
तो हुआ कुछ ऐसा कि संजय दत्त बचपन से ही बहुत जिद्दी और शरारती थीं, उनकी शरारतों पर काबू कर पाना मुश्किल हो जाता है। अपनी शरारतों की वजह से उन्हें मां से बहुत डांट पड़ती थी। कई बार तो नरगिस उन्हें चप्पल से मारती थीं और ये बात खुद उनकी बहन नम्रता ने बताई थी। हालांकि संजय दत्त की शरारतें बढ़ी भी मां के लाड़ प्यार से ही थीं।
जब संजय दत्त ने मां से की सिगरेट की डिमांड
एक बार सुनील दत्त अपनी एक फिल्म की शूटिंग के लिए कश्मीर में थे। सुनील दत्त की पत्नी नरगिस उनसे मिलने के लिए बेटे संजय के साथ कश्मीर पहुंची। वहां संजय दत्त ने लोगों को सिगरेट पीते देखा तो वो भी जिद करने लगे कि उन्हें सिगरेट चाहिए। मगर संजय दत्त बहुत छोटे थे और उनकी मां को संजय की इस हरकत पर बहुत गुस्सा आया। मगर वो मां की डांट से भी नहीं मान रहे थे और जिद पकड़ ली थी कि उन्हें सिगरेट चाहिए। सुनील दत्त को जब पता चला कि संजय सिगरेट के लिए जिद कर रहा है तो उन्होंने कहा कि चलो इसे एक सिगरेट पीने के लिए दे देते हैं। नरगिस हैरान रह गईं मगर दत्त साहब ने कहा कि जब सिगरेट से इसकी उंगलियां जलेंगी और धुएं से इसे खांसी आएगी तो खुद ही सिगरेट मांगना बंद कर देगा। अगर इसे हम अभी सिगरेट नहीं देंगे तो ये छिपकर कहीं और से इसका इंतजाम करेगा और पिएगा। इससे अच्छा है कि हम ही इसे दे देते हैं और इसे समझ भी आ जाएगा।
संजय दत्त की हरकत पर बौखलाए सुनील दत्त
इसके बाद सुनील दत्त ने एक सिगरेट सुलगाई और संजय को किनारे लेकर गए और बताया कि सिगरेट कैसे पकड़ी जाती है और कैसे पी जाती है और फिर कैसे नाक और मुंह से धुआं निकाला जाता है। संजय को जब सिगरेट दी गई तो सुनील दत्त हैरान रह गए, क्योंकि संजय ने बहुत ही आराम से सिगरेट पी और ऐसे पी जैसे वो इसमें एक्सपर्ट हों। सुनील दत्त के गुस्से का ठिकाना नहीं रहा, उन्होंने फिर संजय की जो धुलाई की संजय उसे ताउम्र नहीं भूल सकते। सजा के तौर पर संजय को धूप में भी खड़ा किया गया।
संजय दत्त के लिए पिता सुनील दत्त ने लिया सख्त फैसला
मगर इस मार का भी संजय पर कोई असर नहीं पड़ा, उनकी बदमाशियां बढ़ ही रही थीं। एक बार संजय ने देखा कि गार्डन से धुआं उठ रहा है, वो वहां जाकर देखने पहुंचे तो देखा कि संजय दत्त गार्डन की घास पर लेटकर सिगरेट पी रहे हैं। उन्हें ये सब देखकर तगड़ा झटका लगा। उन्हें पता चला कि उनसे मिलने आने वाले लोग जो सिगरेट पीकर फेंकते थे उसे उठाकर संजय ले जाते और गार्डन में जाकर स्मोकिंग करते थे। उस दिन उन्हें लगा कि अब संजय नहीं सुधरेंगे और उन्हें जिम्मेदारी का एहसास कराने के लिए एक कड़ा फैसला लिया।
संजय दत्त को भेजा गया बोर्डिंग स्कूल
सुनील दत्त ने नरगिस से कहा कि हमें अपने बेटे को बोर्डिंग स्कूल भेजना पड़ेगा। सुनील दत्त के परिवार का पूर्व पीएम इंदिरा गांधी से अच्छा रिश्ता था, उन्होंने जब इंदिरा गांधी से ये बात कही तो उन्होंने सलाह दी कि बेटे को हिमाचल के सनावर में स्थित लॉरेंस स्कूल भेजो। वहां का डिसिप्लिन मिलिट्री लेवल का है। संजय दत्त परिवार के सबसे लाडले बेटे थे इसलिए उनके बोर्डिंग जाने पर माता-पिता के साथ बहनें भी दुखी थीं, लेकिन परिवार के पास और कोई रास्ता नहीं था। जिस दिन संजय दत्त को बोर्डिंग भेजा जा रहा था वो बहुत रोए थे।