CineGram: बॉलीवुड की दुनिया जितनी चकाचौंध भरी बाहर से दिखती है अंदर उतना ही अंधेरा होता है। जहां कुछ की तो दुनिया चमक जाती है वहीं कुछ कलाकार ऐसे भी हैं जो खून के आंसू रोने पर मजबूर हो जाते हैं। ऐसा ही हुआ एक बेहतरीन कलाकार के साथ जिसके सीधेपन का फायदा इस इंडस्ट्री ने उठाया कि वो लगभग सड़क पर आ गए। सिनेग्राम में आज हम आपको बताने वाले हैं किस्सा एक्टर राजिंदरनाथ का। ये पुरानी फिल्मों के शानदार कॉमेडियन थे।
जब महमूद जैसे मशहूर कॉमेडी एक्टर का जलवा था उसी दौर में राजिंदरनाथ आएं, भले ही आप इन्हें इनके नाम से ना जानते हों लेकिन इनका काम आपने खूब देखा होगा। साल 2008 में इस मशहूर एक्टर का निधन हुआ, ये राज कपूर के रिश्तेदार थे और प्रेमनाथ के छोटे भाई मगर फिल्म इंडस्ट्री ने इनके साथ बहुत बुरा किया था। राजिंदरनाथ की जिंदगी में सब कुछ सही चल रहा था। मगर साल 1969 में वे एक बड़े कार एक्सीडेंट में घायल हो गए। कई महीने तक वे अस्पताल में एडमिट रहें। उन्हें काम मिलना बंद हो गया। एक तरफ अस्पताल का भारी बिल दूसरी तरफ कोई काम नहीं मिला। उनकी आर्थिक स्थिति बहुत बुरी हो गई। वक्त हर घाव भर देता था, राजिंद्रनाथ भी ठीक हुए और उन्होंने अभिनय छोड़कर फ़िल्म निर्माण के क्षेत्र में कदम रखने का फ़ैसला कर लिया। किस्सा टीवी में छपी खबर के मुताबिक ये फैसला राजिंद्रनाथ के लिए गलत साबित हुआ। साल 1974 में राजिंदरनाथ ने “द गेट क्रैशर” नाम की एक फिल्म शुरू की। इस फिल्म में उन्होंने अपने भांजे और राज कपूर के बेटे रणधीर कपूर को बतौर हीरो साइन किया और हीरोइन थीं नीतू सिंह। एक इंटरव्यू में राजिंदरनाथ ने बताया था कि वो कई सालों से फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े थे मगर वहां पर्दे के पीछे चलने वाले तौर-तरीकों से अनभिज्ञ थे। उन्हें फिल्म निर्माण का भी अनुभव नहीं था, इसलिए जिसने-जितने पैसे मांगे वो देते गए। लोगों पर भरोसा करके उन्होंने हाथ खोलकर पैसे खर्च किए। मगर नतीजा ये हुआ कि 10 दिन के अंदर ही फिल्म की शूटिंग बंद करने की नौबत आ गई। राजिंद्रनाथ पर भारी कर्ज हो गया।
राजिंद्रनाथ ने दिल्ली और यूपी के डिस्ट्रीब्यूटर्स से उधार लिया था मगर उधार चुकाने में उनकी हालत खराब हो गई। किस्सा टीवी ने अपनी खबर में बताया है कि राजिंदरनाथ के मुताबिक,”उन लोगों को मेरी हालत के बारे में सब पता था, लेकिन उन्होंने एक-एक पैसा भारी ब्याज के साथ वसूला। उन्हीं लोगों की वजह से मुझे खून के आंसू रोना पड़ा था।”
कर्ज के बोझ में दबे राजिंद्रनाथ ने हर तरह के रोल निभाना शुरू कर दिया। अच्छे-बुरे जो भी किरदार उनके पास आएं उन्होंने किसी रोल को ना नहीं किया और निभाते चले गए। काफी संघर्ष के बाद वो कर्ज से बाहर आ गए।
गुज़रे ज़माने के कॉमेडियन और सपोर्टिंग एक्टर बीरबल ने उनके बारे में बात की। वो राजिंद्रनाथ के करीबी दोस्त भी थे। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि राजिंद्रनाथ दिल के अच्छे, ईमानदार और सीधे थे। मगर हर किसी ने उनके सीधेपन का फायदा उठाया। उनकी जिंदगी में बहुत तकलीफ आई मगर उन्होंने हर किसी की पाई-पाई चुका दी। उनके बारे में किसी ने नहीं सोचा अंतिम समय में वो अकेले रह गए। राजिंद्रनाथ को अपने भाईयों प्रेमनाथ और नरेंद्रनाथ की मौत का गहरा सदमा लगा था। उनके जाने के बाद वो खुद को बहुत अकेला महसूस करते थे। राजिंद्रनाथ के दो बच्चे हैं। एक बेटा और एक बेटी। उनका बेटा विदेशी एयरलाइन कंपनी में काम करता है।