CineGram: क्या आप जानते हैं काजोल की मां तनुजा के रवैये की वजह से एक्ट्रेस से कई काम छिन गए। सिनेग्राम में आज हम आपको काजोल की मां तनुजा से जुड़ा एक ऐसा ही किस्सा बताने वाले हैं। ये बात है साल 1992 की, जब निर्देशक राहुल रवैल ने अपनी फिल्म बेखुदी से शर्मिला टैगोर के बेटे सैफ अली खान और तनुजा की बेटी काजोल को लॉन्च करने का ऐलान किया। इस फिल्म के प्रोड्यूसर सत्ती शौरी थीं। फिल्म की शूटिंग शुरू हुई और दोनों स्टारकिड्स थे इसलिए फिल्म को लेकर काफी बज़ था। मगर फिर कुछ ऐसा हुआ कि राहुल रवैल ने फिल्म की काफी सारी शूटिंग करने के बाद भी सैफ अली खान को फिल्म से निकालने का फैसला कर लिया।

फेसबुक पेज किस्सा में पोस्ट किए एक आर्टिकल के मुताबिक बेखुदी के प्रोड्यूसर सत्ती शौरी ने सैफ अली खान की जगह डायरेक्टर ब्रिज सदाना के बेटे कमल सदाना को लॉन्च करने का फैसला कर लिया। सैफ अली खान और काजोल जब इस फिल्म के लिए कास्ट हुए थे तब नदीम-श्रवण ने भी बेखुदी साइन की थी और वो इस फिल्म का म्यूजिक देने के लिए काफी उत्साहित थे। नदीम-श्रवण ने दिल से इस फिल्म के लिए काम किया और शानदार धुनें तैयार की। काजोल और नदीम ने भी इस दौरान एक दूसरे को जाना और काजोल उनके काम से काफी प्रभावित भी हुईं।

वहीं नदीम भी काजोल से बहुत इम्प्रेस हुए और दूसरे प्रोड्यूसर्स और डायरेक्टर्स से काजोल की तारीफें करना शुरू कर दिया। नदीम के कहने पर ही अब्बास-मस्तान ने काजोल को शाहरुख खान के साथ फिल्म ‘बाजीगर’ में साइन किया था। नदीम और काजोल अच्छे दोस्त बन गए थे इसलिए नदीम चाहते थे कि काजोल बेखुदी के साथ और भी बड़ी फिल्में साइन कर लीं। नदीम काजोल के मेंटोर बन गए थे और काजोल भी उनकी बदौलत फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू से पहले ही मशहूर हो गई थीं। इसके बाद नदीम ने तलत जानी की फिल्म ‘रंग’ के लिए भी काजोल का नाम रिकमेंड किया था, ये फिल्म काजोल को मिल भी जाती मगर फिर कुछ ऐसा हुआ कि काजोल के साथ नदीम-श्रवण ने कभी काम नहीं किया।

दरअसल रंग फिल्म के बारे में डिस्कस करने के लिए नदीम काजोल के घर पहुंचे। काजोल की मां तनुजा अपने दोस्तों के साथ कार्ड्स खेल रही थीं। नदीम ने तनुजा को हेलो बोला मगर उन्होंने नदीम को इग्नोर कर दिया। नदीम को लगा कि शायद उन्होंने ध्यान नहीं दिया। नदीम काफी देर तक कोने में बैठे रहे और इंतजार करते रहें। मगर तनुजा ने न नदीम से बात की न उनकी तरफ देखा। नदीम को किसी ने चाय-पानी के लिए भी नहीं पूछा। आखिरकार काफी इंतजार करने के बाद नदीम उठे और बाहर आ गए। उसी दिन नदीम ने मन ही मन सोच लिया था कि वो अब कभी काजोल के साथ फिल्म नहीं करेंगे।

बाद में काजोल ने नदीम से कॉन्टैक्ट करने की कोशिश की मगर नदीम ने काजोल से बात नहीं की। फिल्म रंग में भी काजोल को नहीं लिया गया और दिव्या भारती हीरोइन बनीं।

अब्बास-मस्तान ने हाल ही में एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया कि वो फिल्म बाज़ीगर का म्यूज़िक नदीम-श्रवण से कंपोज़ करवाना चाहते थे, मगर जब उन्होंने नदीम-श्रवण से बात की तो शर्त रखी गई कि काजोल की जगह दूसरी हीरोइन होगी तभी वो इस फिल्म का म्यूजिक कंपोज करेंगे। लेकिन अब्बास-मस्तान काजोल को कमिटमेंट दे चुके थे और एक्ट्रेस भी कॉन्ट्रैक्स साइन कर चुकी थीं तो ऐसा हुआ नहीं और फिर अनु मलिक ने बाज़ीगर का म्यूजिक दिया था। हालांकि इस फिल्म का म्यूजिक हिट रहा और लोग आज भी इस फिल्म के गाने गुनगुनाते हैं।