गलवान घाटी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है जिसमें चीनी सैनिक घाटी में चीनी झंडा फहराते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को लेकर केंद्र की मोदी सरकार लोगों के निशाने पर आ गई है। गीतकार से लेकर पत्रकारों व विपक्ष के नेताओं ने भी गलवान घाटी के वीडियो के लिए सरकार को घेरा है। मशहूर सिंगर व कंपोजर विशाल ददलानी ने वीडियो को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तो तंज कसा ही, साथ ही गृह मंत्री अमित शाह को भी आड़े हाथों लिया।
विशाल ददलानी ने गलवान घाटी से जुड़े इस वीडियो को साझा करते हुए लिखा, “हेलो नरेंद्र मोदी, अमित शाह। ‘लाल आंखें’ रहने दो, एक बार बोलकर तो दिखा दो कि ‘चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा किया है।’ भाषाओं में इतनी वीरता झाड़ने वालों, अब चुप क्यों बैठे हो? 2-4 ऐप बैन नहीं करोगे। 56 इंच का सीना ‘चीन का माल’ निकला?”
प्रोफेसर अशोक स्वाइन ने वीडियो को लेकर निशाना साधते हुए लिखा, “भारत का हिंदू राष्ट्रवादी शासन और तिरंगे के प्रति उनका प्रेम कहां गया, जब चीन अपना राष्ट्रीय ध्वज गलवान की घाटी में फहरा रहा था?” कांग्रेस नेता धवन गलचर ने मामले को लेकर एक मीम भी साझा किया और लिखा, “धन्यवाद मोदी जी, लाल आंख और 56 इंच के सीने के लिए।”
बता दें कि इनके अलावा आम लोगों ने भी गलवान घाटी के वीडियो को लेकर सरकार को घेरने का मौका नहीं छोड़ा। सैफ रंगरेज नाम के यूजर ने गलवान घाटी के वीडियो पर तंज कसते हुए लिखा, “नव वर्ष 2022 पर भारत की गलवान घाटी में चीनी झंडा फहराया गया। 56 इंच वाला चौकीदार कहां है?” नूरुल अहमद नाम के यूजर ने लिखा, “क्या कोई बता सकता है कि चीन ने झंडा कहां फहराया है, क्योंकि मोदी जी के मुताबिक भारतीय क्षेत्र में कोई नहीं आया?”
लोगों का दावा, वीडियो है पुराना: जहां कुछ लोग वीडियो के लिए सरकार पर सवाल उठा रहे हैं तो दूसरी तरफ वहीं वीडियो को लेकर यह दावा कर रहे हैं कि यह पुराना है। उनका कहना है कि वीडियो में जनवरी का महीना होने के बाद भी कहीं पर बर्फ़ नहीं दिख रही है और चीनी सैनिक गर्मियों के कपड़े में दिख रहे हैं। ऐसे में यह वीडियो गलवान का नहीं है बल्कि पुराना है और चीन गलत तथ्यों के साथ प्रोपेगेंडा फैला रहा है।
अहम नाम के लेखक ने वीडियो को लेकर चीन पर तंज कसा और लिखा, “हां गर्मियों की यूनिफॉर्म के साथ दिसंबर 2021 का वीडियो, जिसमें कहीं भी बर्फ नहीं दिख रही। चीनी एक सही समझ के साथ प्रोपागैंडा भी नहीं चला सकते हैं।”
मामले पर आया सेना का बयान: गलवान घाटी के वीडियो को लेकर सेना से जुड़े सूत्रों ने एनडीटीवी से कहा कि चीन के सरकारी मीडिया के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शेयर किये गए इस वीडियो में, जिसमें, चीनी सेना गलवान घाटी में झंडा फहराती दिखाई दे रही है। उससे दोनों देशो के बीच मौजूद असैन्य क्षेत्र का उल्लंघन नहीं हो रहा है। दूसरे शब्दों में यह झंडा अविवादित रूप से चीन के अधिकार वाले क्षेत्र में ही फहराया जारहा है। यह उस नदी के मोड़ के पास नहीं है, जहां जून 2020 में चीनी और भारतीय सैनिकों में हिंसक झड़प हुई थी।
