डायरेकर लक्षमन रामचंद्र उतेकर के निर्देशन में बना फिल्म ‘छावा’ छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे संभाजी महाराज की वीरता की कहानी को दिखाती है, जिसे 14 फरवरी, 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज किया गया था। ये 2025 की मोस्ट अवेटेड और बड़े बजट की फिल्मों में से एक रही है। इसने बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया। दुनियाभर में 800 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस किया। क्रिटिक्स और दर्शकों से पॉजिटिव रिव्यू भी मिले, जिसके बाद अब फिल्म को 11 अप्रैल को ओटीटी पर रिलीज किया गया। इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम किया गया और फिल्म यहां पर ट्रेंडिंग लिस्ट में टॉप पर बनी हुई है लेकिन, इसके बाद भी इसकी शुरुआत ओटीटी पर अच्छी नहीं मानी जा रही है। चलिए बताते हैं कैसे।
विक्की कौशल की पीरियड ड्रामा फिल्म ‘छावा’ ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स की टॉप 10 की लिस्ट में नंबर पर बरकरार है। ये इस हफ्ते की टॉप 10 की लिस्ट में शामिल है। वो भी सिर्फ इंडिया में। मगर फिल्म ग्लोबली अच्छा परफॉर्म नहीं कर रही है। नेटफ्लिक्स की ओर से 7 अप्रैल से 13 अप्रैल का व्यूज का डाटा जारी किया गया है। इन आंकड़ों के मुताबिक, फिल्म ने रिलीज के पहले वीक में 2.2 मिलियन व्यूज हासिल किए हैं। जबकि इसका 5.9 मिलियन व्यूज घंटे हैं। जबकि, इसके मुकाबले इब्राहिम अली खान की ‘नादानियां’ के व्यूज 3.9 मिलियन बताए जा रहे हैं।
नॉन इंग्लिश फिल्मों की कैटेगरी में पीछे ‘छावा’
‘छावा’ अपने पहले हफ्ते में व्यूज के मामले में पीछे तो है ही साथ ही ग्लोबली भी इसे चौथा स्थान मिला है। ग्लोबली नॉन इंग्लिश फिल्मों की कैटेगरी में विक्की कौशल की फिल्म 5.9 मिलियन व्यूज घंटे के साथ चौथे स्थान पर है। इसके मुकाबले साउथ फिल्म ‘टेस्ट’ के व्यूज ज्यादा हैं। ये 6 मिलियन व्यूज घंटे के साथ तीसरे स्थान पर अपनी जगह बनाने में सफल रही है। जबकि ‘छावा’ का रन टाइम (2.38 घंटे) साउथ फिल्म (2.26 घंटे) से ज्यादा है। वहीं, इस लिस्ट में अगर नंबर वन की बात की जाए तो हॉलीवुड फिल्म ‘द डैड क्यूएस्ट’ है। इसे 12.6 मिलियन व्यूज घंटे मिले हैं।
रिलीज के पहले हफ्ते में किसे मिले कितने व्यूज?
इसके साथ ही अगर 2025 की ओटीटी रिलीज पर फिल्मों के पहले हफ्ते के व्यूज के लिहाज से बात की जाए कि कौन आगे और पीछे तो इस लिस्ट में टॉप पर ‘धूम धाम है’, जिसने रिलीज के पहले वीक में ही 4.1 मिलियन व्यूज हासिल किए थे। वहीं, दूसरे नंबर पर ‘नादानियां’ (3.9 मिलियन), तीसरे पर ‘देवा’ (2.8 मिलियन), चौथे पर ‘छावा’ (2.2 मिलियन) पांचवे पर ‘इमरजेंसी’ (1.4 मिलियन) और छठे पर ‘आजाद’ (1.1 मिलियन) है।