पाकिस्तान के पेशावर शहर में स्थित गुजरे जमाने के अभिनेता दिलीप कुमार का जर्जर पुश्तैनी घर जमींदोज होने के कगार पर है। घर का कुछ ह‍िस्‍सा ग‍िर भी चुका है।

पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ ने जुलाई 2013 में इस घर को राष्ट्रीय विरासत का दर्ज द‍िया था। इसके बावजूद इस घर को संवारने के ल‍िए पाकिस्तान सरकार कुछ नहीं कर रही।

दिलीप कुमार (असली नाम यूसुफ खान) का जन्म 1922 में पेशावर में हुआ था। उनके पिता लाला गुलाम सरवर 1930 में पेशावर से मुंबई रहने चले आए थे।

दिलीप कुमार पाकिस्तान में भी काफी पसंद किए जाते रहे। आज भी इस मुल्‍क में उनके दीवानों की कमी नहीं है। वे चाहते हैं क‍ि इस मकान को म्यूजियम का रूप दिया जाए। सरकार ने भी ऐसा करने की हामी भरी है, लेक‍िन इस द‍िशा में कुछ हो नहीं रहा है।

पाक‍िस्‍तान सरकार ने साल 1997 में द‍िलीप कुमार को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘निशान ए इम्‍त‍ियाज’ से भी नवाजा था। दिलीप कुमार ने साल 1988 में पाकिस्तान का दौरा किया था तब वो अपने पुश्तैनी घर गए थे। उन्होंने इस घर की मिट्टी को माथे से लगाया था। उन्होंने बताया था कि किस कदर वो अपना बचपन याद करते हैं जो इस घर और शहर में गुजरा था।

वैसे दिलीप कुमार अकेले बॉलीवुड स्टार नहीं हैं जिनका पेशावर से नाता रहा। पृथ्वीराज कपूर, विनोद खन्ना और शाहरुख खान जैसे बड़े सितारों का भी इस शहर से नाता है। दिलीप कुमार अब 94 वर्ष के हो चुके हैं कई सालों से वो चकाचौंध से दूर भी हैं।