वे दिन गए जब किसी फिल्मी हस्ती के कानून की गिरफ्त में आने के बाद बॉलीवुड में अफरातफरी मच जाती थी। बम विस्फोट मामले में संजय दत्त और चिंकारा के शिकार के मामले में सलमान खान की गिरफ्तारी से फिल्म जगत में जैसा हड़कंप मचा था, वैसा कुछ भी सलमान को पांच साल की सजा के फैसले के बाद देखने को नहीं मिला।
जनवरी 2001 में जाने-माने हीरा कारोबारी और फिल्म फाइनेंसर भरतभाई शाह की गिरफ्तारी के बाद यह कहने वालों की कमी नहीं थी कि अब बॉलीवुड खत्म हो जाएगा क्योंकि आधी से ज्यादा फिल्में शाह के पैसों से बन रही थी। मगर शाह फिल्म जगत से गायब हो चुके हैं और इस कारोबार की चमक वैसी ही बनी है।
बुधवार को आए फैसले के बाद फिल्म निर्माण और वितरण कंपनी इरोज इंटरनेशनल के शेयरों में गिरावट जरूर दर्ज की गई। इरोज बॉलीवुड की महत्त्वपूर्ण कंपनी है जो फिल्मों के निर्माण के साथ ओवरसीज वितरण के क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय है।
सलमान खान की निर्माणाधीन फिल्म ‘बजरंगी भाईजान’ का वितरण इरोज ही करने वाली है। वह सलमान को लेकर ‘हीरो’ फिल्म बनाने की घोषणा कर चुकी है। मगर उसकी शूटिंग अभी तक शुरू नहीं हुई है। इसी तरह सलमान खान के चैरिटी संगठन बीइंग ह्यूमन से जुड़ी मंधाना इंडस्ट्रीज बीइंग ह्यूमन ब्रांड के कपड़ों का विपणन, वितरण और डिजाइनिंग करती है। उसके शेयरों में भी गिरावट दर्ज हुई है। ये बुधवार को सलमान को सुनाई गई सजा के बाद दिखे प्रभाव हैं। मगर हालात बेकाबू कतई नहीं हैं।
सच यह है कि बीते एक दशक में आए बदलाव के बाद बॉलीवुड किसी भी एक सितारे का मोहताज नहीं रहा है। 90 के दशक में दर्जन भर फिल्मों की शूटिंग एक साथ करने वाले सितारों ने फिल्म उद्योग को जैसा असुरक्षित बना दिया था, वैसा कुछ अब नहीं है। आज एक भी लोकप्रिय सितारा ऐसा नहीं है जो एक समय में आधा दर्जन फिल्मों की शूटिंग कर रहा हो। लिहाजा फिल्म जगत काफी हद तक सुरक्षित है।
सलमान खान ने अपने पर चल रहे मामलों के मद्देनजर कम फिल्में करनी शुरू कर दीं। इसकी एक वजह यह भी है कि अब आमदनी के विकल्प पहले से ज्यादा हो गए हैं। सलमान चर्चित ब्रांड बन चुके हैं और बीते कुछ सालों से एक कारोबारी के तौर पर भी तेजी से उभरे हैं। वे पुरस्कार समारोहों में डांस कर पैसा कमा रहे हैं। आगामी दिनों में बनने वाली फिल्मों के अधिकार बेचकर वे करोड़ों रुपए कमा रहे हैं। लिहाजा ढेर सारी फिल्में करने की उन्हें जरूरत नहीं पड़ रही है।
इस समय सलमान की दो फिल्में निर्माणाधीन हैं। सूरज बड़जात्या की ‘प्रेम रतन धन पायो’ और सलमान खान की अपनी कंपनी की ‘बजरंगी भाईजान’। सलमान की दोनों निर्माणाधीन फिल्मों का भविष्य शुक्रवार को उच्च न्यायालय में सलमान खान की जमानत याचिका पर फैसला आने के बाद स्पष्ट होगा। इसलिए यह कहना ठीक नहीं होगा कि सलमान को पांच साल की सजा होने के बाद फिल्म जगत के करोड़ों रुपए डूबने की आशंका खड़ी हो गई है।
सलमान खान को पांच साल की सजा और 25 हजार जुर्माने के फैसले के बाद कहीं कोई अफरातफरी नहीं है तो इसकी एक वजह यह भी है कि फिल्मों को उद्योग का दरजा मिलने के बाद बॉलीवुड में काफी हद तक बदलाव आ गया है। अंडरवर्ल्ड की धमकियों का अब वैसा आतंक नहीं है, जैसा 90 के दशक में था। तब अपराध जगत के पैसों का बड़े पैमाने पर निवेश मुंबई फिल्म जगत में हो रहा था। मगर अब एक ओर जहां फिल्म उद्योग को पैसे की कमी नहीं है, वहीं दूसरी ओर लापरवाह फिल्म सितारे जिम्मेदार और अनुशासित होते जा रहे हैं। वे अंधांधुध फिल्में साइन नहीं कर रहे हैं।
फिल्म निर्माण में कॉरपोरेट कंपनियों के सक्रिय होने के बाद लोकप्रिय फिल्म सितारों के मेहनताने में अपार वृद्धि हुई है। सितारे कम फिल्में कर रहे हैं और मोटा मेहनताना पा रहे हैं। ज्यादातर लोकप्रिय सितारे चुनिंदा फिल्में कर रहे हैं और अपनी उन फिल्मों के सह-निर्माता भी हैं जो कॉरपोरेट कंपनियां बना रही हैं।
सलमान खान के फैसले को लेकर फिल्म जगत में किसी भी तरह का तनाव नहीं देखा जा रहा है। हां, सलमान के करीबी और सहकर्मी जरूरत चिंतित हैं। वे सलमान के साथ खड़े हैं और उन्हें नैतिक समर्थन दे रहे हैं।
मगर परेशानी जैसी स्थिति देखने को बिलकुल नहीं मिल रही है। यहां तक कि संजय दत्त के जेल जाने के समय भी फिल्म जगत में कोई हंगामा नहीं मचा था। दत्त इन दिनों गैरकानूनी हथियार रखने के मामले में येरवडा जेल में पांच साल की सजा काट रहे हैं। इससे स्पष्ट हो रहा कि बॉलीवुड बदल गया है और वह किसी एक सितारे का मोहताज नहीं है।
गणेश नंदन तिवारी