आरती सक्सेना

हाल ही में प्रदर्शित रणबीर कपूर व बाबी देओल अभिनीत फिल्म एनिमल ने अपनी अपार लोकप्रियता से दर्शकों के बीच अलग पहचान बनाई। फिल्म की जहां तारीफ हुई वहीं कई विषयों पर आलोचना भी हुई। लेकिन इस फिल्म की चर्चा सबसे ज्यादा इसलिए भी हुई कि यह फिल्म तीन घंटे 49 मिनट की लंबी अवधि की होने के बावजूद न सिर्फ दर्शकों द्वारा सराही गई, बल्कि पूरी फिल्म को दर्शकों ने शांति के साथ देखा और एक-एक दृश्य की तारीफ भी की। जबकि आज के दौर में फिल्मों का समय कम होता जा रहा है ताकि दर्शक बीच में ही ऊब कर फिल्म अधूरी छोड़कर ना जाएं। इसलिए लघु फिल्मों का दौर शुरू हो गया था, जिसमें दर्शक कम से कम समय में ज्यादा से ज्यादा कहानी कहने वाली फिल्में देखना पसंद करने लगे थे।

लिहाजा इन दिनों बहुत ही कम फिल्में बन रही थीं जो लंबी अवधि की हों। लेकिन एनिमल के बाद फिर लंबी अवधि की फिल्मों का दौर शुरू हुआ है। एनिमल के बाद सालार का समय भी 3 घंटे के करीब है। ऐसा नहीं है की हिंदी फिल्मों में लंबी अवधि की फिल्में पहले नहीं बनी हैं। फिल्मी इतिहास उठाकर देखें तो राज कपूर की फिल्म संगम से लेकर जेपी दत्ता की फिल्म कारगिल तक कहीं ऐसी फिल्में है जो लंबी अवधि की हैं। कई ऐसी आने वाली फिल्में हैं, जिनकी तीन घंटे या उससे ज्यादा है। पेश है एक नजर

अगर सबसे लंबी अवधि वाली फिल्में मतलब एक ही भाग में बनी फिल्म जिसका दूसरा भाग नहीं बना तो वह है सबसे पहली फिल्म एलओसी कारगिल चार घंटे 19 मिनट की थी। उसके बाद राज कपूर अभिनीत ‘मेरा नाम जोकर’ चार घंटे 14 मिनट की फिल्म थी। आशुतोष गोवारिकर निर्देशित फिल्म जोधा अकबर तीन घंटे 50 मिनट की थी।

अमिताभ बच्चन व शाहरुख खान अभिनीत ‘मोहब्बतें’ तीन घंटे 36 मिनट की फिल्म थी। राज कपूर अभिनीत फिल्म ‘संगम’ तीन घंटे 58 मिनट,आमिर खान अभिनीत ‘लगान’ तीन घंटे 44 मिनट, अनिल कपूर व जूही चावला अभिनीत ‘सलामे इश्क’ तीन घंटे 36 मिनट थी। सबसे लंबी अवधि की फिल्म की अगर बात करें तो 2012 में बनी अनुराग कश्यप निर्देशित ‘गैंग्स आफ वासेपुर’ पांच घंटे 21 मिनट की फिल्म, जो दो भागों में बनी।

अगली कड़ी की फिल्मों का दौर…

दक्षिण में कई ऐसी फिल्में हैं जिनकी अवधि तीन घंटे से ज्यादा है, इसके चलते उसका दूसरा भाग भी बनाया जा रहा है। फिर चाहे वह बाहुबली हो, केजीएफ हो यह पुष्पा। इन सभी फिल्मों की अवधि तीन घंटे से ज्यादा होने की वजह से इस फिल्म इन फिल्मों का दूसरा भाग भी बना। जैसे की अल्लू अर्जुन अभिनीत फिल्म ‘पुष्पा’ 4:30 से पांच घंटे के करीब थी। इस वजह से फिल्म को दो भागों में बांटा गया। पुष्पा दो भी 2024 में प्रदर्शित होगी। इसी तरह मणिरत्नम की फिल्म ‘पोन्नियिन सेलवन’ भी दो भागों में बनी।

ऐसे ही दक्षिण की कई फिल्में है जो लंबी अवधि की वजह से दो भागों में बन रही हैं। वह हिंदी और दक्षिण दोनों जगह पर लोकप्रिय हो रही है। जहां एक और लंबी अवधि की वजह से फिल्म दो भागों में प्रदर्शित की जा रही है।वहीं बालीवुड में अगली कड़ी वाली फिल्म बनने की प्रथा जारी है। मसलन, ऋतिक रोशन की फिल्म ‘कृष’ के कई भाग बने। ऐसे ही सलमान खान की फिल्म ‘दबंग’ और ‘टाइगर’ के भी कई भाग बने। इसी तरह अजय देवगन की फिल्म ‘गोलमाल’ के कई सारे भाग बने। ‘दृश्यम’ के भी कई भाग बन रहे हैं।

आने वाली फिल्में

हाल ही में प्रदर्शित प्रभास अभिनीत फिल्म ‘सालार’ की अवधि तीन घंटे के करीब थी। वहीं रणबीर कपूर के फिल्म ‘एनिमल’ की अवधि साढ़े तीन घंटे के करीब थी। इन दोनों ही फिल्मों का दूसरा भाग बन रहा है। जिनकी अवधि ज्यादा होने की खबर है। इसके अलावा फिल्म ‘फाइटर’ की अवधि दो घंटे 40 मिनट है। ‘पुष्पा 2’ की अवधि भी ज्यादा होने की खबर है।