केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी के बयान को लेकर सियासी गलियारों में हंगामा मच गया है। राहुल गांधी ने उत्तर भारत को लेकर एक टिप्पणी की है। ऐसे में बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित ने राहुल गांधी के लिए एक ट्वीट किया जिसमें वह कांग्रेस लीडर को ‘अहसान फरामोश’ कहते नजर आ रहे हैं।
फिल्म डायरेक्टर की इस बात पर लोगों के भी सोशल मीडिया पर ढेरों रिएक्शन सामने आने लगे। अशोक पंडित ने अपने पोस्ट में राहुल गांधी के लिए कहा- ‘@RahulGandhi को अमेठी ने पाला पोसा ! जब खा पीके बड़ा हुआ तो पीठ दीखाकर वयनाड (केरला ) भाग गया ! इसी को एहसान फ़रामोश कहते हैं ! और एहसान फ़रामोश को ईश्वर कभी माफ़ नहीं करता है !’
वहीं गीतकार Manoj Muntashir ने भी एक पोस्ट किया जिसमें उन्होंने राहुल गांधी पर चुटकी ली। अपने पोस्ट में उन्होंने कहा- ‘केरल की जय-जयकार और अमेठी को धिक्कार.. ये क्या बात हुई भैय्या जी..???’
“मैं तुम्हें कच्चा चबा कर थूक दूँगी” और “मैं तुम्हारी बखिया उधेड़ दूँगी” …
मैं तो भगवान राम को याद करूँगा ..प्रभु ही ऐसे प्राणियों से मनुष्यों को और ऋषियों को बचाते है।
जय श्री राम।
जय जय श्री राम pic.twitter.com/aVhJSJnH54— Sambit Patra (@sambitswaraj) February 25, 2021
बताते चलें, तिरुवनंतपुरम में एक जनसभा के दौरान राहुल गांधी ने अमेठी और वायनाड को लेकर अपना एक्सपीरियंस शेयर किया। उन्होंने कहा, “पहले 15 वर्षों के लिए, मैं अमेठी से सांसद था। मुझे एक अलग प्रकार की राजनीति की आदत हो गई थी। मेरे लिए, केरल आना बहुत रिफ्रेशिंग है। क्योंकि मैंने पाया कि यहां के लोग मुद्दों पर रुचि रखते हैं । मुद्दों के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं। ”
राहुल गांधी के बयान को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों के ढेरों रिएक्शन सामने आने लगे। एक यूजर ने कहा- राहुल की इस बात से लगता है कि पक्का उनका यूपी में अबआगे बढ़ने का कोई स्कोप नहीं है। मनीष नाम के यूजर ने कहा-इनके पास इटली के लिए टाइम है, अमेठी के लिए नहीं।
एक यूजर ने अशोक पंडित के लिए लिखा- जैसे तुम काश्मीर छोड़ के भाग गए। देव नाम के यूजर ने राहुल गांधी क लिए कहा- खानदानी फितरत है। अमृत नाम के यूजर ने कहा- ये वही बात है जो इनका कुल करता आ रहा है, और वह है भारत का बंटवारा करना। गांधी जी को छोड़ अगर देखा जाए तो नेहरू-गांधी परिवार ने देश को दिया क्या? कोई भी ऐसी नीति नहीं जो भारत की अपनी हो। शिक्षा से लेकर व्यवसाय सब का सब कहीं न कहीं से चुराया गया है।