बॉलीवुड के मशहूर निर्देशक अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) इस वक्त सीएए और जेएनयू में हुई हिंसा को लेकर मुखर होकर बोल रहे हैं। ट्विटर पर लगातार मोदी सरकार को वह निशाने पर ले रहे हैं। इस बीच बीजेपी प्रवक्ता शलभमणि त्रिपाठी ने भी ट्विटर पर निर्देशक पर कई सारे आरोप लगाते हुए चिट्ठी शेयर की है। त्रिपाठी ने अनुराग पर उनकी फिल्मों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा फंड नहीं मिलने पर सरकार के खिलाफ प्रचार करने का आरोप लगाया है। इन आरोपों पर अनुराग ने पलटवार किया और अपने ट्विटर हैंडल से एक के बाद एक ट्वीट किए।

दरअसल शलभमणि ने अनुराग पर विद्वेष की भावनाओं से सरकार की आलोचना करने का आरोप लगाते हुए लिखा- पिटी हुई फ़िल्मों के लिए सरकारी भीख ना मिली तो अनुराग कश्यप कुंठित हो गाली गलौज पर उतर आए। कुछ सरकारें इनकी फ्लाप फ़िल्मों पर भी करोड़ों देती थीं,यश भारती के पेंशन की शहद भी चटाती थीं। योगी जी ने मुफ्त की पेंशन बंद कर पैसा गरीबों, विधवाओं, किसानों में बाँट दिया। यही चिढ़ है इनकी।

यही नहीं एक और ट्वीट में त्रिपाठी ने लिखा- मोदी जी, अमित शाह जी और योगी जी से नफ़रत की वजह तो समझिए, पिटी फ़िल्मों पर भी जनता की गाढ़ी कमाई उड़ाते हुए बंटने वाली सरकारी भीख और पेंशन की बख्शीश बीजेपी सरकार आते ही बंद हो गई, फिर क्या मुफ्तखोरों में नफरत तो भड़कनी ही है!! इसके साथ ही कई चिट्ठी भी शेयर किए।

 

पहले पत्र में अनुराग कश्यप के 11 दिसंबर 2014 के पत्र के जवाब में सूचना संपर्क विभाग ( यूपी) ने 1 मार्च 2015 को 2 करोड़ की राशि निर्गत कराने की अनुशंषा करती है। पत्र में लिखा गया है कि ‘मसान’ फिल्म का निर्माण पर कुल लागत 8 करोड़ आया और फिल्म की 97 फीसदी शूटिंग यूपी में हुआ है। इसलिए सूचना विभाग यूपी सरकार की फिल्म नीति के तहत लागत का 25 फीसदी राशि जारी करता है। वहीं ‘सांड़ की आंख’ के संदर्भ में भी कही गई हैं। इस फिल्म को लेकर अनुराग के अनुदान वाले पत्र को सरकार ने खारिज करते हुए कहा था-आपके अनुरोध को फिल्म नीति के तहत नहीं पाया गया है। ठीक ऐसा ही एक और पत्र सूचना विभाग ने फिल्म ‘मुक्केबाज’ के संदर्भ में 13 दिसंबर 2019 को अनुराग कश्यप को लिखा और सब्सिडी देने में असमर्थता जताई थी।

अनुराग ने कहा-योगी सरकार की नीयत पर भरोसा नहीं

अनुराग ने कहा कि उत्तर प्रदेश की एक स्कीम है फिल्म बंधु जो राज्य को प्रोमोट करती है। लिखा-ट्वीट दोबारा कर रहा हूँ क्योंकि पिछले में एक प्राइवट नम्बर था । फ़िल्म बंधु उत्तर प्रदेश को प्रमोट करने के लिए एक स्कीम है जिसके लिए मुझसे ज़्यादा किसी ने internationally UP के लिए नहीं किया है cinema में । योगी सरकार के दौरान मसान के लिए फ़िल्म बंधु में सब्सिडी दो थी । आगे अनुराग ने लिखा- और योगी सरकार के दौरान फ़िल्म बंधु में मुझे दो बार इन्वाइट किया था बातचीत के लिए और प्रमोशन के लिए। मैं नहीं गया क्योंकि उनकी नियत ओर भरोसा नहीं था । तीसरी चिट्ठी सांड की आँख पे है जहां काग़ज़ माँगे गए हैं producer से । यह वो फ़िल्म है जिसे योगी सरकार में ही TAXFREE किया था ।