प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आह्वान किया कि ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत 13 से 15 अगस्त के बीच हर घर पर तिरंगा फहराया जाए और लोग अपने डीपी पर तिरंगा लगाया जाए। एक तरफ बीजेपी के नेताओं ने अपने डिस्प्ले पिक्चर पर केवल तिरंगे की तस्वीर लगाई है तो कांग्रेस नेताओं ने भी अपनी डीपी में पंडित नेहरू के साथ तिरंगा वाली तस्वीर लगाई।
इसके साथ ही कांग्रेस नेताओं ने आरएसएस पर सवाल भी उठाए। जिस पर जमकर सियासत हो रही है। खास लोगों से लेकर आम सोशल मीडिया यूजर्स तक इस पर रिएक्शन देते नजर आ रहे हैं। इसी बीच बॉलीवुड एक्टर केआरके ने ट्वीट किया है।
केआरके ने किया ट्वीट
केआरके ने ट्वीट करते हुए लिखा कि जब देश में आह्वान किया गया था कि हर हिंदुस्तानी 26 Jan 1930 को अपने घर पर तिरंगा फहराये! तो RSS ने कहा था कि हम अपने मुख्यालय पर तिरंगा कभी नहीं फहराएगें! और कमाल देखिए कि आज RSS वाले देशभक्त हैं, और बाक़ी सब देशद्रोही। जिसकी लाठी उसकी भैंस! ना कोई देशद्रोही ना कोई देशभक्त।
मैं इस साल ध्वज नहीं फहराउंगा
इसी के साथ केआरके ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं हर साल स्वतंत्रता दिवस मना रहा था। मैं उस दिन लोगों को मुबारकबाद दे रहा था। मैं भी राष्ट्रीय ध्वज फहरा रहा था, लेकिन मैं इस साल कुछ नहीं करूंगा, क्योंकि मैं नहीं चाहता कि कुछ भ्रष्ट और लुटेरे लोग मुझे अपनी देशभक्ति साबित करने के लिए कहें। मैं झूठे अमृतकल में नहीं रहना चाहता।
बीजेपी नेताओं ने निकाली रैली
बता दें कि दिल्ली में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ अभियान के तहत सांसदों ने तिरंगा यात्रा निकाली। संस्कृति मंत्रालय की ओर से आयोजित इस तिरंगा यात्रा में तमाम सांसद बाइक पर तिरंगा लेकर सड़कों पर नजर आए। भोजपुरी सिंगर और बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने भी इस यात्रा में हिस्सा लिया।
आरएसएस तिरंगा विवाद क्या है
दरअसल गोलवलकर की पुस्तक में लिखा गया है कि हमारी महान संस्कृति का परिपूर्ण परिचय देने वाला प्रतीक स्वरूप हमारा भगवा ध्वज है जो हमारे लिए परमेश्वर का रूप है। अब इन्हीं बातों को लेकर बीजेपी और आरएसएस को तिरंगा विवाद में को लेकर घेरा जा रहा है।