फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा ने कथित तौर पर एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीद द्रौपदी मुर्मू पर आपत्तिजनक बयान दिया था जिसके बाद वह मुश्किलों में फंसते जा रहे हैं। अब उनके खिलाफ एक शिकायत दर्ज की गई है। यह शिकायत बीजेपी कार्यकर्ता सुभाष राजौरा ने की है और राम गोपाल वर्मा पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। इसके पहले फिल्ममेकर पर हैदराबाद और लखनऊ में शिकायत दर्ज हो चुकी है।

इन धाराओं के तहत हुआ मामला दर्ज: बीजेपी कार्यकर्ता सुभाष राजौरा ने इस मामले में 14 जुलाई को FIR दर्ज करवाई थी। उन्होंने बांद्रा मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के सामने IPC की धारा 499, 500, 504 और 506 के तहत मामला दर्ज करवाया है। इन धाराओं में मानहानि, जाबूझकर किसी का अपमान करना और आपराधिक धमकी शामिल हैं। सुभाष ने आगे बताया कि मजिस्ट्रेट इस मामले की सुनवाई 11 अक्टूबर को करेंगे।

क्या हैं राम गोपाल वर्मा पर आरोप: सुभाष ने अपनी शिकायत में कहा है कि फिल्ममेकर ने जो ट्वीट किया था वह आक्रामक, अप्रिय और द्वेष की भावना से किया गया है और इसका उद्देश्य द्रौपदी मुर्मू की छवि को खराब करना था। इसके साथ आंध्र प्रदेश के भाजपा प्रमुख सोमू वीरराजू नेभी वर्मा पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके ऊपर SC/ST एक्ट के तहत कार्रवाई हो सकती है। वहीं रामू पर लखनऊ के हजरतगंज के मनोज सिंह ने कोतवाली थाना में दर्ज करवाई थी।

राम गोपाल वर्मा का ट्वीट: फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा ने 22 जून को एनडीए की राष्ट्रपति पद उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को लेकर ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था कि अगर द्रौपदी राष्ट्रपति हैं तो पांडव कौन हैं? और सबसे जरूरी ये है कि पांडव कौन हैं? वर्मा के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी। हालांकि दो दिन बाद वर्मा ने कहा था कि उनका मकदस किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।

उन्होंने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा था कि यह बयान वैसे ही दिया गया था, इसका कुछ गलत इरादा नहीं था। द्रौपदी महाभारत की मेरी सबसे पसंदीदा किरदार है लेकिन जैसा कि यह नाम बहुत कम रखा जाता है तो मुझे अन्य किरदार याद आ गए। मैंने यह किसी को आहत करने के इरादे से नहीं लिखा था।