किसान आंदोलन का आज 30वां दिन है लेकिन किसानों और सरकार के बीच का गतिरोध ज्यों का त्यों बना हुआ है। किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर डटे हुए हैं तो वहीं सरकार भी नरम पड़ती नहीं दिख रही। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 6 राज्यों के किसानों से संवाद किया। प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत आज सरकार ने 9 करोड़ किसानों के खाते में 2-2 हज़ार रुपए ट्रांसफर किए।
प्रधानमंत्री के किसानों से संवाद करने के मुद्दे पर रिपब्लिक टीवी के डिबेट शो, ‘पूछता है भारत’ में राजनीतिक विश्लेषक और बीजेपी समर्थक (आरएसएस के करीबी) संजीव उनियाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से संवाद किया है अब आंदोलन ज्यादा दिन नहीं टिकेगा। उनकी इस बात पर राजनीतिक विश्लेषक विनोद सिंह भड़क गए और बोले, ‘भाजपा है झूठों का मेला, किसान है हमारा भोला, अगर बनोगे आग का गोला, रोकेगा विनोद सिंह अकेला। खुली चुनौती देता हूं आपको। तुम झूठों का मेला हो। ये बात ध्यान से सुन लो जुमलेबाजों। किसानों का लगातार अपमान कर रहे हो, इतने किसानों की जान चली गई। पिछले 7 सालों से जो तुमने कहा है सब झूठ साबित हुआ है। नैतिकता की उम्मीद इस पार्टी से की ही नहीं जा सकती।’
विनोद सिंह के बोलने के दौरान संजीव उनियाल लगातार बोले जा रहे थे, ‘आज का दिन उल्लास का दिन है, प्रफुल्लित होने का दिन है। आज देश के प्रधानमंत्री ने किसानों से बात की है, शर्म आनी चाहिए आपको। ये उनके मुंह पर चांटा है। हल चलाने वाले किसान को तुमने गुमराह किया। किसानों को दिल में बिठाने वाले मोदी ने कितनी सफाई से किसानों को अपनी बात बताई। आंदोलन अब ज़्यादा दिन नहीं चलेगा क्योंकि किसान जान गए हैं कि उनकी गुमराह करने वाले तुम हो। तुम देश के टुकड़े करने वाले हो। कभी शाहीन बाग़ तो कभी किसानों के रूप में इस देश को बांटना चाहते हो।’
वहीं डिबेट में बीजेपी प्रवक्ता संजय वर्मा ने कहा कि आज प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कहा कि कुछ लोग किसानों की आड़ में देश को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं। उनके जवाब में सपा नेता अतुल सक्सेना ने कहा, ‘भारत का प्रधानमंत्री किसानों के साथ छल कर रहा है। एक हाथ से 18 हज़ार करोड़ रुपया देता है तो दूसरे हाथ से 1 लाख 80 हज़ार करोड़ रुपए ले लेता है।’