फिल्म- भूल चूक माफ
लेखक/निर्देशक – करण शर्मा
कलाकार – राजकुमार राव, वामिका गब्बी, सीमा पाहवा, संजय मिश्रा, ज़ाकिर हुसैन, रघुबीर यादव और अन्य।
फिल्म की अवधि – 121 मिनट
रेटिंग – 3.5/5
हर किसी को ऐसी फिल्मों का इंतजार रहता है, जो पूरी परिवार के साथ बैठकर देखी जा सके। खासकर जब गर्मियों की छुट्टियां आ जाए और बच्चों के पास समय हो तो एक ऐसी फिल्म जो हर उम्र के दर्शकों को साथ में हंसी और मनोरंजन दे। ऐसी फिल्में, जो सभी वर्ग के लोगों के लिए एंटरटेनिंग होती है तो वो बेहतरीन साबित होती हैं। इसमें जब हॉरर कॉमेडी या फिर रोमांटिक ड्रामा फिल्म हो तो दर्शकों के लिए चांदी ही हो जाती है। इसी कड़ी को बढ़ाते हुए मैडॉक फिल्म्स ‘भूल चूक माफ’ लेकर आए हैं। यह फिल्म परिवार के हर सदस्य को अपने साथ जोड़ती है, जिसमें कॉमेडी के साथ रोमांस है और मनोरंजन का फुल डोज है।
राजकुमार राव और वामिका गब्बी स्टारर फिल्म ‘भूल चूक माफ’ को सिनेमाघरों में रिलीज कर दिया गया है। पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद फिल्म की रिलीज को पोस्टपोन कर दिया गया था। इसे ओटीटी पर रिलीज किए जाने का ऐलान किया गया था, जिसके बाद बवाल खड़ा हो गया था। बढ़ते विवादों को देखते हुए मेकर्स ने इसे वापस से थिएटर में रिलीज करने का फैसला किया। इसकी रिलीज को लेकर अब इंतजार खत्म हो गया है। ऐसे में अगर आप इसे देखने का मूड बना चुके हैं तो पहले इसका रिव्यू पढ़ लें।
कैसी है फिल्म की कहानी?
जिस फिल्म के साथ मैडॉक फिल्म्स का नाम जड़ जाता है तो इसे लेकर उम्मीदें और मेकर्स की एंटरटेनमेंट देने की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। पहले ही लोग सोचने लगते हैं कि इसमें कुछ तो खास होगा। ‘भूल चूक माफ’ इन उम्मीदों पर खरा उतरती है। फिल्म की कहानी एक छोटे शहर के लड़के रंजन (राजकुमार राव) की है, जो अपने परिवार और समाज की उम्मीदों के बीच फंसा होता है। उसे एक सरकारी नौकरी की तलाश है, क्योंकि उसके परिवार का सपना है कि वह एक अच्छा और सुरक्षित जीवन जी सके। लेकिन उसकी जिंदगी में एक ट्विस्ट आता है, जब वह तितली (वामीका गब्बी) से मिलता है और उसकी जिंदगी को एक नया मोड़ मिलता है। तितली उसे जीवन के कुछ और महत्वपूर्ण पहलू समझाती है। यह फिल्म रिश्तों, प्यार और परिवार के महत्व को बताती है, जिसमें कॉमेडी, रोमांस और ड्रामा का भरपूर मसाला देखने के लिए मिलता है। वहीं, फिल्म का सबसे बड़ा ट्विस्ट है कि राजकुमार राव बड़े लूप में फंसे हुए हैं।
इस फिल्म की शूटिंग खासकर बनारस में हुई तो फिल्म के दृश्य और बैकग्राउंड में बनारस की गलियां और घाट इसे और भी खूबसूरत बनाते हैं। यहां की जीवनशैली और संस्कृति को बहुत ही सटीक और सुंदर तरीके से फिल्माया गया है। फिल्म में ये सब देखना एक अलग अनुभव होता है। साथ ही बनारस की भाषा का जो टच है वो डायलॉग डिलीवरी में कमाल का लगता है।
राजकुमार राव की इंप्रेसिव एक्टिंग, वामिका गब्बी का शानदार काम
आपने ‘स्त्री’ और ‘स्त्री 2’ जैसी फिल्मों में जिस राजकुमार राव धमाकेदार परफॉर्मेंस के साथ देखा था, वो उन उम्मीदों को तोड़ते नहीं हैं। बल्कि खरा उतरते हैं। उन्होंने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि कॉमेडी जॉनर उनका है। उन्होंने एक बार फिर से अपनी एक्टिंग, डायलॉग डिलीवरी से सभी को प्रभावित किया है। वो रंजन के किरदार में खूब जंचे हैं। मिडिल क्लास फैमिली के लड़के रंजन को राजकुमार राव ने शानदार तरीके से स्क्रीन पर दिखाया है।
वहीं, वाणिका गब्बी ने अपने अभिनय से एक नई पहचान बनाई है। उनका किरदार तितली का होता है। इससे पहले वामिका को सभी ने एक्शन मोड में देखा था लेकिन, इस बार उनका किरदार जरा हटकर है। वहीं राजकुमार राव के साथ उनकी ये पहली रोमांटिक कॉमेडी ड्रामा मूवी है, जिसमें दोनों के बीच कमाल की केमिस्ट्री देखने के लिए मिलती है। इसके अलावा फिल्म में संजय मिश्रा, सीमा पाहवा और रघुबीर यादव जैसे अनुभवी कलाकारों भी हैं, जिन्होंने शानदार काम किया और फिल्म में जान डालने का काम किया है। इस सभी कलाकारों की मौजूदगी ने फिल्म को बहुत प्रभावशाली बना दिया है। इन कलाकारों के छोटे-छोटे कॉमेडी सीन और डायलॉग्स गुदगुदाने पर मजबूर करते हैं।
फिल्म के गाने और म्यूजिक
इसके साथ ही अगर ‘भूल चूक माफ’ के गाने और म्यूजिक की बात की जाए तो इसका बैकग्राउंड म्यूजिक कमाल का है, जो आपको फिल्म की हर कड़ी से जोड़ने का काम करता है। इसमें ‘टिंग लिंग सजना’ और ‘चोर बाजारी फिर से’ जैसे गाने होते हैं, जो आपका मूड बना देते हैं। ये गाने फिल्म को और मजेदार बनाते हैं। गाने सिर्फ सुनने में अच्छे नहीं हैं, बल्कि फिल्म की कहानी में भी यह बहुत अच्छे से फिट होते हैं।
कैसा है डायरेक्शन?
इसके अलावा अगर फिल्म ‘भूल चूक माफ’ के डायरेक्शन की बात की जाए तो इसका निर्देशन करण शर्मा ने किया है। उन्होंने अपने डायरेक्शन से फिल्म की हर कड़ी को मजबूत बना दिया है। इसका लेखन और डायलॉग्स इस फिल्म का एक और मजबूत पहलू हैं। करण शर्मा ने फिल्म की कहानी को बेहतरीन ढंग से बुना है। फिल्म के संवाद सरल और सहज हैं। करण शर्मा ने अपनी कहानी को कम समय में ही अच्छे तरीके से कह दिया है। स्क्रीन पर कलाकारों को उनका स्पेस भी दिया। 121 मिनट की इस फिल्म में आपके मनोरंजन का खास ख्याल रखा गया है।
वहीं, अंत में रही बात फिल्म को देखने और ना देखने की तो कुल मिलाकर ‘भूल चूक माफ’ एक ऐसी फिल्म है, जिसे परिवार के साथ देखा जा सकता है। अगर आप वीकेंड को परिवार के साथ प्लान कर रहे हैं तो ये एक अच्छा ऑप्शन हो सकती है। यह फिल्म आपको हंसी के साथ ही रिश्तों का मूल्य को भी सिखाती है। फिल्म वन टाइम वॉच है तो आप इसे देख सकते हैं।
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