भोजपुरी अभिनेता  और सांसद रवि किशन मुंबई सिर्फ 500 रुपए लेकर आए थे। रहने खाने का कुछ आसरा नहीं था। फिर इसके लिए रवि किशन की जद्दोजहद शुरू हुई। रवि किशन ने मुंबई में काम ढूंढना शुरू किया तो स्ट्रगल क्या होती है पता चला। छोटे-मोटे रोल के लिए भी काम नहीं मिल रहा था। इसके लिए भी उनको काफी रिजेक्शन झेलने पड़े। उन्होंने हाल ही में उन दिनों को याद करते हुए कहा है कि काम नहीं मिलने को लेकर वह मेकअप किट को देखकर रोया करते थे।

फेसबुक के लाइव कार्यक्रम ‘मुलाकात मालिनी के साथ’ में लोक गायिका मालिनी अवस्थी से बातचीत के दौरान रवि किशन ने कहा कि मैं इस फेज (राजनीति) को एन्जॉय कर रहा हूं। लेकिन मैं अपने मेकअप को भी मिस कर रहा हूं, जैसे मुंबई में स्ट्रगल के दिनों में करता था। रवि किशन ने आगे कहा कि उस समय मेरा मुश्किल भरा दौरा था। मेरी स्ट्रगल पीक पर थी। तो उस वक्त मैं अपने पास मेकअप की डिब्बी रखता था। उस मेकअप को उंगलियों से चेहरे पर लगाता था और उसे स्मेल करके रोता था।

रवि किशन ने कहा कि मैं रोता था कि कब मुझे शूटिंग पर जाना पड़ेगा। भगवान मुझे मैका कब मिलेगा? वो दिन कब आएगा कि लाइट साउंड कैमरा, एक्शन सुनूंगा? रवि किशन ने इस दौरान कहा कि मैं कलाकार हूं तो ही सांसद बना हूं। मैं गोरखपुर में ही एक वेबसीरीज प्लान कर रहा हूं। वेब सीरीज थी सनकी दरोगा। वह खूब चली थी। उसका दूसरा पार्ट प्लान कर रहा हूं।

गौरतलब है कि रवि किशन फिल्मों से राजनीति में कदम रख चुके हैं। वह गोरखपुर से सांसद हैं। रवि किशन के मुताबिक लोगों की सेवा के लिए वह गोरखपुर में ही किराए पर मकान भी ले चुके हैं। उनका खुद का वहां घर हो, इसके लिए वह जमीन भी देख रहे हैं। रवि किशन गोरखपुर में ही भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री सेटअप करना चाहते हैं। इसके लिए कवायद भी शुरू हो चुकी हैं। इस काम में रवि किशन को भोजपुरी एक्टर खेसारी लाल का भी साथ मिल चुका है। इस बाबत दोनों की दिल्ली में मुलाकात भी हुई है।

खेसारी लाल से मुकालात के दौरान रवि किशन ने कहा कि ‘यूपी और बिहार में कलाकारों की कमी नहीं है। मुंबई की स्थिति इस वक्त कोरोना की वजह से खराब हो गई है। कहीं न कहीं फिल्म इंडस्ट्री भी मुम्बई की दयनीय स्थिति में जा रही। गोरखपुर के कलाकार यहीं भोजपुरी फिल्म की शूटिंग का इंतजार कर रहे हैं। गोरखपुर में भोजपुरी फिल्म इंड्रस्ट्री का हब बनने के बाद यहां पर रोजगार भी बढ़ेगा।’