Dinesh Lal Yadav: दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ भोजपुरी फिल्मों के जुबली स्टार मानें जाते हैं। उनकी अदायगी भोजपुरी के अन्य कलाकारों से अलग होती है। निरहुआ उन भोजपुरी गायकों में से एक हैं जो बाद में फिल्मों की राह पकड़ ली। बचपन में काफी गरीबी जीवन बिताए निरहुआ के लिए स्टार बनना आसान नहीं था। साल 2003 में आया उनका गाना दुलही रहे बिमार निरहुआ सटल रहे ने उनकी पहचान बनाई। इससे पहले वह बड़े भाई विजय लाल यादव के साथ बिरहा गाया करते थे। इस एलबम के बाद दिनेश लाल के दिन फिर गए। युवा पीढ़ी और राजनीति पर व्यंग कसते उनके गानों ने जैसे भोजपुरी के लोगों की नब्ज पकड़ ली हो। यहां से पहचान पाए निरहुआ फिल्मों में अपनी किस्मत आजमाने चले गए।
साल 2005 में आई सुधाकर पांडे की फिल्म चलत मुसाफिर मोह लिया रे उनकी पहली भोजपुरी फिल्म थी। यह फिल्म काफी हीट साबित हुई। इसके बाद हो गइल बा प्यार ओढ़निया वाली से होते हुए निरहुआ रिक्शा वाला तक में निरहुआ ने अपनी अदाकारी से बॉक्स ऑफिस पर बड़ी कमाई की। निरहुआ रिक्शा वाला उनकी पहली ऐसी भोजपुरी फिल्म थी जो ओवरसीज यानी न्यूज़ीलैण्ड, ऑस्ट्रेलिया, ऑकलैंड और फिजी में रिलीज़ हुई थी।
बता दें कि दिनेश लाल यादव मूलतः उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के टडवां गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता कुमार यादव कोलकाता में नौकरी करते थे। कोलकाता ही में निरहुआ ने ज्यादातर समय बिताएं। दिनेश लाल अभिनेता से होते हुए फिलहाल राजनीति में आ चुके हैं। इसी साल बीजेपी की सदस्यता लेने के बाद वह सपा की परंपरागत सीट आजमगढ़ से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़े हैं। इस सीट पर वह सपा प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ खड़े थे।
बता दें यादव होने के बावजूद भाजपा से चुनाव लड़ने को लेकर दिनेश लाल का यादव समाज में काफी विरोध हुआ था। इसी बात को लेकर उन्होंने साफ कहा था कि अखिलेश यादव भाई जैसे हैं लेकिन सिर्फ़ यादव होने के चलते उन्हें समर्थन देना मेरी फितरत नहीं। और ये भी कि वे अखिलेश भक्त नहीं देश भक्त हैं। बता दें कि निरहुआ की हाल कि फिल्म हीरो वर्दी वाला थी। दर्शकों ने इसे काफी पसंद किया था।