भोजपुरी इंडस्ट्री में जुबली स्टार के नाम से मशहूर दिनेश लाल यादव (Dinesh Lal Yadav) उर्फ निरहुआ आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के टंडवा में जन्में निरहुआ ने कठिन परिश्रम के दम पर आज यह मुकाम हासिल किया है। निरहुआ के पिता की कलकत्ता में छोटी सी नौकरी थी और वह निरहुआ को लेकर कलकत्ता के एक झोपड़ पट्टी में रहते थे। निरहुआ ने अपने पिताजी से जुड़ा हुआ एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया है।
एक वेब पोर्टल को दिए इंटरव्यू के दौरान निरहुआ ने बताया कि, ‘मेरे साथ अक्सर सपने में ऐसा होता है। आप सब लोग इस बात को जानते हैं कि मैं एक किसान का बेटा हूं और मैंने काफी संघर्ष करके अपना जीवन बिताया है। मैं जब 20 साल का था तभी मेरे पिता का देहांत हो गया था। उस समय बहुत गरीबी के दिन थे हमारे जब पिता जी का देहांत हुआ था। अब जब मैं सोया रहता हूं तो अक्सर अपने पिता को सपने में देखता हूं।’
निरहुआ ने आगे बताया, ‘मैं सपने में देखता हूं कि मैं गांव गया हुआ हूं और पिताजी हैं जिन्हें किसी काम के लिए कुछ पैसे देने हैं। मैं अपने भाई प्रवेश को बोलता हूं कि भाई चेक बुक लाओ मैं पैसे दे देता हूं। जब मैंने चेक बुक भरकर पैसे पिताजी को दिया तो वो उसे पढ़ते ही डंडा उठाकर मुझे मारना शुरू कर देते हैं। उन्होंने मुझसे कहा कि बस लिखने से हो गया 10 लाख। मतलब समझते हो हम जीवन भर कमाए लेकिन तब भी 2 लाख नहीं मिला मुझे और यह 10 लाख लिखकर मुझे पागल बना रहा है।’
इंटरव्यू के दौरान निरहुआ बोलते-बोलते काफी इमोशनल हो जाते हैं। निरहुआ कहते हैं कि पूरे सपने के दौरान मैं छटपटाता रहता हूं और अपने पिता को यह समझाने की कोशिश करता हूं कि अब पैसे आने लगे हैं। लेकिन मेरे पिता कुछ नहीं सुनते और मेरी जमकर पिटाई करते हैं। बता दें कि निरहुआ को पहला ब्रेक भोजपुरी गायक सुनील छैला बिहारी की फिल्म ‘चलत मुसाफिर..’ में मिला था। इस फिल्म में निरहुआ ने दो गाने गए और अभिनय भी किया था। इसमें उन्होंने छैला बिहारी के दोस्त का किरदार निभाया था।