भोजपुरी एक्टर, सिंगर और बीजेपी नेता मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में एक से बढ़कर एक एलबम, गाने और फिल्मों में काम किया है। मनोज आज भले ही अच्छे मुकाम पर हैं लेकिन, इसके पीछे उनकी कड़ी मेहनत है। वो बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से पढ़े हैं और वहां के मेस को कमरा बनाकर दोस्त के साथ रहते थे। उन्होंने अपनी जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं। भोजपुरी स्टार प्रोफेशनल के साथ-साथ अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी चर्चा में खूब रहे हैं। पहली पत्नी रानी से रिश्ता टूटा फिर दूसरी शादी सुरभि तिवारी से की। ऐसे में अब हाल ही में मनोज ने अपने कॉलेज के दिनों के प्यार के बारे में बताया है, जिसे वो अपने करियर का टर्निंग प्वॉइंट मानते हैं। चलिए बताते हैं उनसे जुड़े इस किस्से के बारे में…
दरअसल, मनोज तिवारी ने हाल ही में अमृता राव और आरजे अनमोल के पॉडकास्ट में शिरकत की। अमृता और आरजे मनोज तिवारी के सरकारी आवास पर पहुंचे। इस दौरान कपल ने मनोज तिवारी और वाइफ सुरिभ तिवारी की लाइफ से जुड़ी इंटरेस्टिंग बातें की। इस बातचीत में कपल ने कई खुलासे किए। अपनी पहली मुलाकात और मनोज की पहली शादी टूटने तक के बारे में बात की। इतना ही नहीं, इस दौरान भोजपुरी स्टार ने अपने कॉलेज के दिनों को भी याद किया, जब वो बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में पढ़ते थे। इस दौरान एक्टर को एक लड़की से प्यार हुआ था, जिसका जिक्र इस इंटरव्यू में किया है।
कालेज के दिनों में गर्लफ्रेंड ठुकराया प्यार
कॉलेज के दिनों के प्यार के बारे में बात करते हुए मनोज तिवारी बताते हैं, ‘ये मेरे जीवन का बहुत ही इम्पॉर्टेंट प्वॉइंट रहा है। जब मैं पहली बार सुना तो लगा मेरे जीवन में यही होना चाहिए। इसके बारे में घर में भी बोल दिया। फिर जब मैंने उसको बोला तो उसने बोला मनोज तुम कोई काम तो नहीं करते ना इसलिए ‘नो’।’ मनोज आगे कहते हैं, ‘यही जीवन है। उनके मना करने के एक साल के बाद मैं सुपरस्टार बन गया। फिर मेरे पास टाइम नहीं था किसी के लिए।’ इस पर अमृता राव सामने से कहती हैं, ‘तो आपको वहां से किक स्टार्ट मिल गया?’ इस सवाल पर मनोज बोले, ‘मुझे एहसास हुआ कि काम का आदमी बनना है।’ इतना ही नहीं, मनोज तिवारी सलाह देते हैं, ‘ये प्यार व्यार के चक्कर में बर्बादी नहीं लेनी चाहिए। अगर आप कुछ चाहते हो नहीं मिलता है तो हो सकता है आपके के लिए उसके अलावा कुछ अच्छा बना हो। कुछ आप अपने लिए प्लान करते तो कुछ आपके लिए ईश्वर प्लान करता है तो चलते जाओ।’
पार्ट टाइम में ड्राइविंग करते थे मनोज तिवारी
इसके साथ ही, मनोज तिवारी ने अपने संघर्ष के दिनों को भी याद किया। उन्होंने बताया कि वो शुरू से ही आत्मनिर्भर बनना चाहते थे। घर से हर बार पैसे मांगना अच्छा नहीं लगता था और कई बार पैसे भी कम पड़ जाते थे। वो बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में पढ़ते थे तो हॉस्टल नहीं मिल पाया था। इसकी वजह से हॉस्टल के मेस को ही कमरा बनाकर रहते थे। इस दौरान एक्टर ने अपना खर्च चलाने के लिए पार्ट टाइम में काम भी किया था। वो पढ़ाई के साथ ही पार्ट टाइम में खर्च चलाने के लिए ड्राइविंग करते थे। ऐसे में कुछ पैसे घर से आ जाते थे और वो कुछ कमा लेते थे तो कुल मिलाकर करीब 600 रुपए हो जाते थे। इसमें 400 रुपए खर्च हो जाते थे और 200 रुपए बचा लेते थे। मनोज ने बताया था कि उस समय यही बचाए हुए पैसे से लगता था कि वो कितने अमीर इंसान हैं।
आपको बता दें कि मनोज तिवारी स्ट्रगल के दिनों में बनारस घाट और स्टेज शोज पर गाना गाते थे। ऐसे में उनका एक एलबम 1993 में हिट हुआ था, जिसके बाद भोजपुरी वर्ल्ड में उनका नाम फेमस हो गया था। आज वो बॉलीवुड में भी ढेरों गाने गा चुके हैं।