भोजपुरी सिनेमा से जुड़ी बुरी खबर सामने आ रही है कि इंडस्ट्री के फेमस एक्टर बृजेश त्रिपाठी (Brijesh Tripathi) का निधन हो गया है। उन्हें विलेन के रोल में अपनी पहचान बनाई है। नेगेटिव भूमिका में फैंस और दर्शकों ने उन्हें काफी पसंद किया है। उन्होंने ना केवल भोजपुरी बल्कि टीवी, बंगाली और हिंदी फिल्मों में भी काम किया है। वो इंडस्ट्री के सीनियर कलाकारों में से एक हैं। उन्हें भोजपुरी का भीष्म पितामह भी कहा जाता है।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बताया जा रहा है कि उन्हें दो हफ्ते पहले डेग्यू था। वो इलाज के लिए मेरठ के अस्पताल में एडमिट थे। इलाज के बाद वो मुंबई आ गए थे, जिसके बाद अब उन्हें दिल का दौरा पड़ा और वो जिंदगी की जंग हार गए। हार्ट अटैक के बाद उन्हें अस्पताल लेकर जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वो अपने परिवार के साथ मुंबई में ही रहा करते थे और आज ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

250 फिल्मों में किया काम

बृजेश त्रिपाठी के करियर के बारे में बात की जाए तो वो पिछले 44 सालों से इंडस्ट्री में एक्टिव थे। उन्होंने भोजपुरी में 1979 में फिल्म ‘सईयां तोहरे कारण’ से डेब्यू किया था। वहीं, हिंदी में उनकी पहली फिल्म ‘टैक्सी चोर’ रही थी, जिसे 1980 में रिलीज किया गया था। भोजपुरी में आने से पहले वो बॉलीवुड में काम करते थे। उन्होंने कई टीवी सीरियल्स में काम किया है। वो बॉलीवुड में अमिताभ बच्चन, अजय देवगन, मिथुन चक्रवर्ती, रवि किशन, धर्मेंद्र और विनोद खन्ना जैसे स्टार्स के साथ स्क्रीन शेयर कर चुके हैं। उन्होंने अपने करियर में 250 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। भोजपुरी में उनके योगदान के लिए उन्हें इंडस्ट्री का भीष्म पितामह कहा जाता था।

रवि किशन को दिलाया था ब्रेक

आपको बता दें कि बृजेश त्रिपाठी का भोजपुरी इंडस्ट्री में बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने अपने दमदार अभिनय और फिल्मों से इंडस्ट्री को पहचान दिलाने में काफी मदद की। इतना ही नहीं उन्होंने इंडस्ट्री को रवि किशन के रूप में एक सुपरस्टार अभिनेता दिया है। उनकी वजह से ही रवि किशन को भोजपुरी में उनकी पहली मूवी मिली थी। ब्रजेश त्रिपाठी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने ही फिल्ममेकर मोहनजी प्रसाद से मिलवाया था। उन्होंने रवि को देखकर पहले तो मराठी लड़का समझकर मना कर दिया था लेकिन, जब ब्रजेश त्रिपाठी ने उन्हें रवि के बारे में बताया कि वो जौनपुर से ताल्लुक रखते हैं तब जाकर उन्होंने एक्टर को इस फिल्म के लिए फाइनल किया था और ये फिल्म ‘सइयां हमार’ थी। इसकी शूटिंग कोलकाता में ही हुई थी। 2001 में बनी थी और 2002 में रिलीज हुई थी। मूवी ने तहलका ही मचा दिया था। ये सिल्वर जुबली में बिहार के 66 सिनेमाघरों में चली थी। इसके बाद रवि किशन ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा।