पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के पूर्व नेता रह चुके यशवंत सिन्हा ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। काफ़ी दिनों से पार्टी से नाराज़ चल रहे यशवंत सिन्हा ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थामते ही बीजेपी की जमकर आलोचना की। बंगाल चुनाव 2021 से ठीक पहले उनके तृणमूल में शामिल होने पर दिग्गज अभिनेता और कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने उन्हें बधाई दी है और कहा है कि ये उनकी शानदार वापसी है। शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक के बाद एक कई ट्वीट्स कर ममता बनर्जी और यशवंत सिन्हा की सराहना की है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘बहुत अच्छी ख़बर! लोग चाहते थे कि पूर्व वित्त मंत्री और विदेश मंत्री, बुद्धिजीवी यशवंत सिन्हा राजनीति में आएं और अब उन्होंने टीएमसी ज्वाइन कर ली है। क्या बढ़िया कमबैक है, उन्होंने रॉयल बंगाल टाइग्रेस, बंगाल की बेटी, राष्ट्र की पसंदीदा व्यक्ति से हाथ मिलाया है।’
शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने अगले ट्वीट में बंगाल की मुख्यंत्री ममता बनर्जी की प्रशंसा करते हुए लिखा, ‘सच्चे अर्थों में जनता की नेता ममता बनर्जी हैं। जरूरत के इस समय में वो (यशवंत सिन्हा) यह साबित करके दिखाएंगे कि जो जरूरत के समय साथ दे वही सच्चा मित्र है। आशा, उम्मीद और प्रार्थना है कि वो केवल लोगों के विश्वास पर ही खड़े न उतरें बल्कि वो एक सच्चे विजेता के रूप में उभरें।’
शत्रुघ्न सिन्हा ने टीएमसी के चुनावी नारे, ‘खेला होबे’ यानि खेल होगा के अंदाज में अपना अंतिम ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, ‘यशवंत सिन्हा और ममता जी का बड़ा प्रशंसक, समर्थक और शुभचिंतक हूं, अब ‘खेला होबे’ जय बंगाल! जय हिंद!’
Great news! People wanted statesman, frm Finance & MEA minister, intellectual par excellence @YashwantSinha to return to politics….he has joined TMC now. What a super comeback as he joins hands with the royal tigeress, daughter of Bengal, nation’s favourite, loved, admired,
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) March 15, 2021
यशवंत सिन्हा टीएमसी में शामिल होने से पूर्व भी कई मौकों पर बीजेपी की आलोचना कर चुके हैं। टीएमसी में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि बीजेपी के शासन में प्रजातंत्र की संस्थाएं कमज़ोर हो गईं हैं। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेई के समय की बीजेपी को सही बताते हुए कहा, ‘अटल जी के समय में बीजेपी सर्वसम्मति पर विश्वास करती थी लेकिन आज की सरकार कुचलने और जीतने में विश्वास करती है।’
यशवंत सिन्हा का दावा है कि बंगाल में टीएमसी बड़े बहुमत के साथ वापसी करेगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग अब स्वतंत्र संस्था नहीं रही। बंगाल में 8 चरणों में चुनाव कराने पर भी उन्होंने सवाल उठाए हैं।
बहरहाल, बंगाल की 294 सीटों के लिए 27 मार्च से मतदान की प्रक्रिया शुरू हो रही है। आखिरी चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा और दो मई को वोटों की गिनती होगी।