क्रिसमस से पहले बजरंग दल ने आगरा के सेंट जोंस चौराहे पर सेंटा क्लॉस का पुतला फूंका। इसके साथ ही दक्षिणपंथी संगठन ने सेंटा क्लॉस हाय-हाय, जय श्रीराम व सेंटा क्लॉस वापस जाओ के नारे भी लगाए। उनका कहना है कि सेंटा क्लॉस तोहफे देने के लिए नहीं बल्कि धर्मांतरण कराने के लिए आता है। बजरंग दल के इस कदम पर लोग भड़के नजर आए। फिल्म निर्माता विनोद कापरी से लेकर पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह व कांग्रेस के नेताओं ने बजरंग दल पर नाराजगी जाहिर करने के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आड़े हाथों लिया।
फिल्म मेकर विनोद कापरी, बजरंग दल द्वारा सेंटा क्लॉस का पुतला जलाने पर भड़के दिखाई दिए। उन्होंने ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी पर भी निशाना साधा और लिखा, “सात साल में नरेंद्र मोदी की उपलब्धियों में से एक- ये नफरती नया भारत। सेंटा क्लॉस को जूते मारने की तस्वीर, जो आपने कभी नहीं देखी होगी।”
पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने दक्षिणपंथी संगठन के इस कदम की आलोचना करते हुए लिखा, “दूसरे धर्मों का सम्मान करना इन जोकरों को नहीं आता। ‘सर्व धर्म संभाव’ का अर्थ इनकी बुद्धि में नहीं समाता।” कांग्रेस नेता अल्का लांबा ने बजरंग दल का वीडियो साझा करते हुए लिखा, “सभी भारतीय क्रिश्चियन भाई-बहनों को क्रिसमस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। मेरी क्रिसमस आप सभी को।”
इनके अलावा सोशल मीडिया यूजर ने भी बजरंग दल द्वारा सेंटा क्लॉस को जूते मारने की घटना पर आपत्ति जताई। डॉक्टर प्रियंका सिंह नाम की यूजर ने लिखा, “ऐसा करके यह लोग अपने आप को कट्टर हिंदू साबित करने की कोशिश कर रहे हैं। अगर कोई सच्चा हिंदू होगा तो वो ऐसा कभी भी नहीं करेगा, क्योंकि वह सभी धर्मों का सम्मान करेगा।”
अनवर हुसैन नाम के यूजर ने बजरंग दल पर निशाना साधते हुए लिखा, “घृणा पृथ्वी पर सबसे विनाशकाली शक्ति है। यह उन लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती है, जो उसे पनाह देते हैं।” कनिष्क नाम के यूजर ने लिखा, “ये वही लोग हैं साहब, जो धर्म को राजनीति से जोड़ते हैं और प्रभु के मानने वाले लोगों के बीच हिंसा करते हैं।”