आरती सक्सेना
एक के बाद एक हिट फिल्म देने वाले आयुष्मान खुराना अपनी फिल्म ‘गुलाबो सिताबो’ को लेकर चर्चा में हैं। आयुष्मान के लिए यह फिल्म बेहद खास है क्योंकि पहली बार उन्हें अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का मौका मिला है। आयुष्मान मानते हैं कि अच्छा वक्त और अच्छी कहानी हमेशा नहीं मिलती, इसलिए वक्त की कदर करनी चाहिए, क्योंकि आज आपका है तो कल किसी और का।
सवाल : आयुष्मान लंबे इंतजार के बाद अगले महीने आपकी फिल्म ‘गुलाबो सिताबो’ रिलीज होने जा रही हैं। क्या कहेंगे इस बारे में?
– मुझे इस फिल्म की रिलीज का बेसब्री से इंतजार था मौजूदा हालात और आर्थिक स्थिति को देखते हुए फिल्म को थिएटर में रिलीज करने को लेकर और ज्यादा इंतजार संभव नहीं था। कोरोना महामारी के कारण फिल्म के रिलीज में देरी हो रही थी। सो अब फिल्म निर्माता ने निश्चय किया कि इसे अमेजन प्राइम वीडियो पर 12 जून को रिलीज किया जाएगा। यह एक अलग तरह का अनुभव होगा, क्योंकि इससे पहले ऐसा नहीं हुआ है। ये एक नई शुरुआत है।
सवाल : हर कलाकार का सपना होता है अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का। आपका उनके साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
-बहुत ही अच्छा। इस फिल्म की शूटिंग लखनऊ में हुई थी। 22 दिन लगे थे हमें शूटिंग करने में। जब मैं सेट पर अमित जी से मिला तो वो अपने गेटअप में थे जिसको करने में उनको तीन घंटे लग जाते थे। चुंकि उस वक्त मैं भी अपने किरदार में था इसलिए उनके साथ काम करते हुए मुझे उतना ज्यादा तनाव नहीं हुआ। लेकिन जब मुझे उनको देखकर डायलॉग बोलना होता था तो मैं नर्वस हो जाता था, मुझे घबराहत होती थी। वहीं दूसरी तरफ बिग बी पूरी तरह अपने किरदार में रहते। मेरे लिए ये सपना जैसा ही था कि मैं अमिताभ बच्चन के साथ काम कर रहा हूं। शूटिंग खत्म होने के बाद जब मैंने उनसे मिलने होटल के कमरे में गया तब उनको देख कर और ज्यादा नर्वस हो गया था। कारण कि उस समय बिग बी अपने असली रूप में थे।
सवाल : ‘गुलाबो सिताबो’ की कहानी और अपने किरदार के बारे में कुछ बताएं।
-ये एक मकान मालिक और किरायेदार की नोक झोक पर आधारित फिल्म है। जो पूरी तरह कॉमेडी और हास्य से भरी हुई है। इसमें मैं किरायेदार की भूमिका में हूं जो बहुत ही ढीठ किस्म का है और अमित जी मकान मालिक हैं जो बहुत ही सख्त किस्म के हैं। यह एक घरेलु फिल्म है, जो लोगों के दिल तक जरूर पहुंचेगी।
सवाल : अब तक आपने कई तरह के किरदार वाली फिल्में की हैं। किस फिल्म को आप अपने दिल के करीब मानते हैं, जिसमें आपको काम करना मुश्किल भी हुआ ?
-अगर आप मेरी सबसे पसंदीदा फिल्म की बात करें तो फिल्म ‘बाला’ मेरे दिल के बहुत करीब है। इस फिल्म की न सिर्फ कहानी बल्कि अंदाज और फिल्म का संदेश भी एक दम जबरदस्त था। बाला का किरदार निभाना मेरे लिए बहुत मुश्किल भी था, क्योंकि मैंने इस फिल्म की शूटिंग 45 डिग्री तापमान में की थी। उस दौरान मुझे गंजे सर के साथ कई सारी परेशानी भी झेलनी पड़ी थी। बाला का किरदार मेरे लिए चुनौतीभरा था, क्योंकि यह कहानी एक ऐसे लड़के की कहानी थी जो 22 साल में गंजा होने के कारण हीन भावना का शिकार हो जाता है। अमिताभ बच्चन के साथ लगाव के चलते ‘गुलाबो सिताबो’ में भी मेरा काम करने का अनुभव काफी अच्छा रहा लेकिन अगर मैं मुश्किल किरदार की बात करूं तो वो मेरे लिए बाला ही था।
सवाल : एक साल में आपकी तीन फिल्में हिट रही हैं तो क्या आप अक्षय कुमार के पदचिन्हों पर चल निकले हैं ?
-अक्षय सर बहुत प्रतिभाशाली हैं अगर मैं उनके पदचिन्हों पर चला तो कुछ अच्छा ही होगा। जहां तक फिल्मों के हिट होने का सवाल है तो ये इत्तफाक ही है कि मुझे अच्छी स्क्रिप्ट मिलती गई और मैं फिल्म साइन करता गया। मैं मानता हूं कि अच्छी स्क्रिप्ट अगर समय पर मिल रही है तो उससे इंकार मत करो, क्योंकि अच्छा वक्त और अच्छी स्क्रिप्ट हमेशा नहीं मिलती। आज आप का है तो कल किसी और का होगा।
सवाल : पूर्णबंदी में आपका समय कैसा गुजर रहा है ?
-मेरा हमेशा से गाने, सोने और अदाकारी का शौक रहा है। फिलहाल अदाकारी बंद है सो मैं बाकी के अपने शौक पूरे कर रहा हूं। कई अरसे से मुझे आराम की नींद नहीं मिली थी, वो अब पूरा कर रहा हूं। मुझे गाने, कविता लिखने को शौक है सो वो सारे शौक पूरा कर रहा हूं।