राजीव सक्सेना
वेब सीरीज की विषयवस्तु में अब तक का सर्वप्रिय कथानक भारतीय राजनीति में बाहुबली नेताओं की घुसपैठ और दबंगई रहा है। कम से एक 12 सीरीज में, इसी किस्म की कहानी को तरह-तरह के मसालों के तड़के के साथ प्रस्तुत किया जाता रहा है। रंगबाज का तीसरा भाग पर्दे पर आकार ले चुका है, वहीं महारानी के दूसरे भाग की प्रतीक्षा भी खत्म होने वाली है।
रंगबाज -3
शीर्षक खुद ब खुद सीरीज के भीतर की कहानी बयान करता है। रंगबाजी को दादागीरी का पर्याय माना जा सकता है। रंगबाज वेबसीरीज के पिछले दो भागों की तरह विगत सप्ताह प्रदर्शित तीसरा भाग भी दबंग किस्म की राजनीति को रेखांकित करता है। पहले भाग में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर इलाके में 1990 के दौर के बिगड़े सियासी हालात को कहानी में पिरोया गया था, जबकि रंगबाज फिर से शीर्षक वाले दूसरे सीजन में राजस्थान से जुड़ी एक सच्ची कहानी को आधार बनाया गया था। काल्पनिक किरदार अमरपाल सिंह के राजनीतिक दबदबे से उपजी विषम परिस्थितियों को इस भाग में बेहद दिलचस्प अंदाज में पेश किया गया।
‘रंगबाज-3’ की कहानी कथित तौर पर बिहार के दिवंगत नेता शहाबुद्दीन से प्रेरित मानी जा रही है। साठ से सत्तर के दशक के बीच अविभाजित बिहार में जातीय संघर्ष के बीच समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण का उभरता, तेजी से बढ़ता कद और पिछड़े माने जाने वाले वर्ग का मुख्यधारा में आने के लिए संघर्ष चरम पर था।
इन परिस्थितियों में छपरा, सीवान क्षेत्र में उभरने लगे थे कुछ खास किस्म के नाम। इनसे आम आदमी का सिर्फ भय का ही नाता था। कहानी, इलाके के गैंगस्टर हारून शाह अली बेग के एक बदली हुई छवि में राजनीति में प्रवेश से लेकर स्थापित होने तक की है। बिहार के कथित बाहुबली नेताओं की छवि को प्रकाश झा से लेकर विशाल भारद्वाज और अनुराग कश्यप तक कई फ़िल्मकारों ने अपनी फिल्मों की पटकथाओं का मुख्य किरदार बनाया है। रंगबाज-3’ वेबसीरीज एक बार फिर दबंग नेताओं की कहानी एक नए अंदाज में लेकर आई है।
भव धूलिया के निर्देशन में ज़ी फाइव की इस सीरीज में अभिनेता विनीत कुमार सिंह का अभिनय आकर्षित करने वाला है। कई फ़िल्मों और वेबसीरीज में काम कर चुकीं आकांक्षा सिंह भी अपने चरित्र से न्याय करतीं नज़र आई हैं। लखन राय की भूमिका में विजय मौर्य, मुकुल कुमार के किरदार में राजेश तैलंग और अहिल्या देवी के रोल में गीतांजलि कुलकर्णी सरीखे कलाकारों ने भी रंगबाज के तीसरे भाग को देखने लायक बनाने में कसर नहीं छोड़ी है।
साइबर वार
वूट पर साइबर वार वेबसीरीज के दो एपिसोड्स के प्रसारण के एक लम्बे अंतराल बाद विगत सप्ताह सात नई कड़ियां जारी की गर्इं। पहले दो अंक, मुंबई पुलिस की इंटरनेट साइट को ही हैक करने की हिमाकत और एकतरफा इश्क के शिकार एक दीवाने की हरकत पर आधारित थे। हाल में ही प्रदर्शित नए अंकों में, बैंकिंग संबंधी साइबर अपराध और एक बड़े अस्पताल के पूरे नेटवर्क को हैक कर बड़ी फिरौती मांगने की कहानी दिलचस्प पटकथा के साथ पेश की गई है।
अंकुश भट्ट के निर्देशन में मुंबई पुलिस साइबर शाखा ‘ट्रेस’ के प्रभारी की भूमिका में मोहित मलिक और डिजिटल अपराध पर लगाम लगाने के मकसद लेकर चल रही पेशेवर हैकर के किरदार में शनाया ईरानी प्रभावित करते हैं। तकरीबन रोज हजारों की तादाद में डिजिटल अपराध के शिकार बनते आम और खास लोगों के मद्देनजर अन्य लोगों को सतर्क करती यह सीरीज सार्थक की श्रेणी में शुमार मानी जा सकती है।