पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक आशुतोष ने एक पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर किया है जिसमें वह भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसते दिख रहे हैं। आशुतोष अपने इस पोस्ट में कहते हैं कि बीजेपी माहौल बनाने के लिए मीडिया का सहारा लेती है। तो वहीं उन्होंने ये भी कहा कि अगर माहौल से चुनाव जीता जाता तो 8 चुनाव बीजेपी हारती नहीं। आशुतोष ने जब ये पोस्ट किया तो सोशल मीडिया पर लोग भी उन्हें जवाब देने लगे। ऐसे में आशुतोष ट्रोल हो गए।

आशुतोष ने ट्वीट कर कहा- ‘बीजेपी मीडिया की मदद से माहौल खूब बनाती है। लेकिन माहौल से ही अगर चुनाव जीता जाता तो 2017 से अब तक 8 विधानसभा चुनाव नहीं हारती। हरियाणा में बहुमत पा जाती और बिहार में हारते हारते नहीं बचती।’

आशुतोष के इस पोस्ट पर एक यूजर ने जवाब में कहा-तुम बीजेपी से इतनी नफरत क्यों करते हो? और प्रश्न ही करने हैं तो कभी मुस्लिम अपराध जिहाद पर क्यों नहीं करते हो! ऐसी दोगली सोच से जनता को नफ़रत है।

नवीन वशिष्ठ नाम के यूजर ने लिखा- मीडिया किसकी तरफ से बैटिंग करता है ये सबको पता है गुप्ता जी। बीजेपी शासित राज्यों में छोटी से छोटी घटना को वैश्विक स्तर पर ले जाकर छवि खराब करने का काम मीडिया ही करता है औऱ विपक्ष शासित राज्यों में बड़ी से बड़ी घटना को छोटा दिखाकर दबाने का काम भी मीडिया ही करता है।

एक ने लिखा- मीडिया का खुला अथवा परोक्ष रूप से जिन्हें समर्थन मिलता रहा 2014 से लेकर 2019 तक में जिसके पक्ष में मीडिया लगातार माहौल बनाता रहा है, उन्होंने भी कोई खास अचीवमेंट नहीं प्राप्त की। मीडिया ने सदैव भाजपा औऱ नरेंद्र मोदी के खिलाफ ही दुष्प्रचार किया है।

राकेश  श्रीवास्तव ने लिखा- मीडिया तो 2002 से ही मोदी जी के खिलाफ माहौल बना रही थी। लेकिन क्या उखाड़ लिया? सरदेसाई दंपत्ति, राण, बरखा,अरफा, रविश ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। आशुतोष अब पूरी जिंदगी ऐसे ही ट्विटर पर तड़पते नज़र आओगे। एक यूजर ने टॉन्ट मारते हुए लिखा- आपने तो हवा भी नहीं बनाई थी, फिर भी विधानसभा चुनाव हार गए थे आप? नरेश तंवर नाम के यूजर ने लिखा- पंजाब में तो आंधी आई थी AAP की। संजय ने तो रिजल्ट से पहले ही जश्न मनाना शुरू कर दिया था, लेकिन सीट नहीं आई थी।

नंद किशोर झा नाम के यूजर ने लिखा- महाराज यदि केवल मीडिया वालों के वोटों से सरकार बनती, तो मोदी जी अभी तक चाय ही बेच रहे होते और राहुल गांधी के साथ साथ वाड्रा के नाम से भी कई पुरस्कार, पार्क और सड़क आदि का नामकरण हो चुका होता। वो तो देश की महान जनता है जो इन मीडिया वालों के झांसे में नहीं आती।

मधु शर्मा ने कहा- जिसकी हवा चलेगी उसी के बारे में तो मीडिया दिखाती है, तुम जैसे सबको समझ रखा है? पत्रकारिता छोड़ कर आप पार्टी में गए। वहां ढेला नहीं मिला तो अब दलाली करने लगा। जिसकी दलाली कर रहे हैं वहां पूरा नहीं पड़ रहा है। चैनल वाले पूछते नहीं हैं, जिस चैनल पर बोलते हैं दूसरा तुम्हारा मुंह बंद कर देता है।