शायर मुनव्वर राणा तमाम समसामयिक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखने के लिए जाने जाते हैं। इसके लिए वे शायरी का सहारा भी लेते हैं। किसानों के आंदोलन पर भी उन्होंने कथित तौर पर एक शायरी के जरिये अपनी बात रखी, इसे ट्वीट भी किया। हालांकि विवाद होने पर उन्होंने अपनी पोस्ट डिलीट कर दी। हालांकि फिल्ममेकर अशोक पंडित (Ashoke Pandit) ने राणा के ट्वीट का स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की।
मुनव्वर राणा के ट्वीट पर नाराजगी जाहिर करते हुए अशोक पंडित ने लिखा कि वह एक आतंकी की तरह बात कर रहे हैं और उनकी तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए। मुनव्वर राणा के पोस्ट पर कमेंट करते और लताड़ते हुए अशोक पंडित ने लिखा- ‘मुनव्वर राणा को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उनके इन शब्दों से नफरत की बू आ रही है। ये एक टेररिस्ट की तरह बातें कर रहे हैं। देश को डरा और धमका रहे हैं।’
अशोक पंडित ने एक और पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा- ‘आपका ये ट्वीट आपकी सड़ी हुई मानसिकता को दर्शाता है, मुनव्वर राणा साहब। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि आपकी यह मनोकामना जो आपने अपनी आखिरी लाइन में जताई है वो पूरी हो। वैसे यह ट्वीट आपने डिलीट क्यों किया शायर साहब?’ यूजर्स एक के बाद एक इन पोस्ट पर रिएक्ट करने लगे।
एक यूजर ने लिखा- मुनव्वर राणा के शब्द काफी हिंसक लग रहे हैं। शांति फैलाने की जगह ये नफरत फैला रहे हैं, अटेंशन पाने की फिराक में हैं। प्लीज सर शांति और अमन कायम हो ऐसे शब्द लिखें। लेकिन मुझे लगता है यकीनन कि आप नफरत फैलाना चाहते हैं।’
आपका यह ट्वीट आपकी सडी हुई मानसिकता दर्शाता है @MunawwarRana साहब !
ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ की आपकी यह मनोकामना जो आपने आपने आख़री लाइन में जताई है वो पूरी हो !
वैसे यह ट्वीट आपने डिलीट क्यूँ किया शायर साहब ? pic.twitter.com/ionb8Et5a3— Ashoke Pandit (@ashokepandit) January 10, 2021
एक यूजर को अशोक पंडित का मुनव्वर राणा को ‘साहब’ कहना नहीं भाया। यूजर ने लिखा- माननीय अशोक सर जिस प्रकार आंतकवादी हाफिज को दिग्गी “साहब” शब्द से संबोधित करता है, आप भी इस चोर को “साहब” लिख रहे हैं। ये सीधा देश की संसद को तोड़ने की बात कर रहा है। इस गद्दार की बातों को समझिए।’
एक यूजर ने लिखा – यह शायर नहीं है। जिहादी मानसिकता से भरा हुआ इंसान है। अब एक्सपोज हो चुका है। अब तक शायर बनकर हिन्दुओं को ठग रहा था। लिबरल और सेकुलर होने की नौटंकी कर रहा था। परंतु बहुत बड़ा कट्टरपंथी है।इसे जेल में बंद करे यूपी सरकार। एक यूजर ने पूछा- आप ऐसे लोगों को सीरियस लेते हैं? मुझे इन जैसे लोगों पर ग़ुस्सा नही तरस आता है, यह लोग मानसिक तौर पर बीमार हैं। जो अपने शब्दों से अपनी मानसिक बीमारी का हाल बयां कर रहे हैं। इसलिए ऐसे लोगों को इग्नोर करिए।