जम्मू कश्मीर में आतंकी फिर सक्रिय हो गए हैं। कश्मीरी पंडितों और हिंदुओं को चुन-चुनकर निशाना बना रहे हैं। खबर है इन घटनाओं की वजह से कश्मीरी हिंदुओं में दहशत का माहौल है। कई इलाकों से पलायन भी शुरू हो गया है। इस पूरे मामले पर, एक पक्ष केंद्र सरकार के स्टैंड पर भी सवाल खड़ा कर रहा है। फिल्ममेकर अशोक पंडित का एक डिबेट शो के दौरान दर्द छलक पड़ा।
दरअसल, न्यूज चैनल ‘न्यूज 18 इंडिया’ के ‘देश नहीं झुकने देंगे’ डिबेट शो के दौरान एंकर अमन चोपड़ा ने फिल्म मेकर अशोक पंडित से सवाल किया, ”कश्मीरी पंडितों को जीने का अधिकार हैं या नहीं, पिट भी रहे हैं लाठी भी खा रहे है।” इस पर अशोक पंडित करते हैं, ”पहले क्या हुआ क्या किया इसमें फर्क है, कांग्रेस और मोदी सरकार में फर्क है, इसलिए आज मैं और पूरा देश बीजेपी के साथ है। लेकिन आज प्रजेंट की बात करना हमारे लिए ज्यादा जरूरी है।”
फिल्ममेकर कश्मीरी पंडितों का दर्द बयां करते हुए आगे कहते हैं, ”आज की हकीकत यह है कि इस सरकार ने कश्मीरी पंडितों पर आंसू गैस के गोले दागे, कश्मीरी पंडितों पर आज तक किसी की हिम्मत नहीं हुई, आंसू गैस के गोले दागने की। हम अहिंसावादी लोग हैं, चीख-चीख कर कह रहे हैं, हम पुकार रहे हैं कि हमारे लोग मारे जा रहे हैं। आज एक महीने से हमारे 5000 कश्मीरी पंडित सड़कों पर हैं। वह सुरक्षित जगह भेजने की मांग कर रहे है, चीख रहे हैं, चिल्ला रहे हैं, रो रहे हैं सड़कों पर कि हमें जम्मू री-लोकेट करो लेकिन चुप्पी छाई हुई है।”
अशोक पंडित ने आगे कहा, ”आज से पहले क्या किया क्या नही किया यह पूरा देश जानता है, आज की बात कीजिए। एक महीने पहले राव भट्ट की हत्या के बाद अगर एक्शन लेते तो यह 4 मौतें नहीं हुई होतीं। बैंक में काम करने वाले… टीचर सब मारे जा रहे हैं। लेकिन किसी के कानों में जू नहीं रेंग रही है। कोई सुनने को तैयार नहीं है। उनके पास तो सिक्योरिटी है, हमारे पास कोई सिक्टोरिटी नहीं है। हम चिल्ला-चिल्ला कर थक गए हैं कि हमको री-लोकेट करें लेकिन किसका इंतजार कर रहे हैं? आपने इतना वक्त क्यों लगा दिया,और अभी भी इतना वक्त क्यों लगा रहे हैं।”
अपनी बात आगे बढ़ाते हुए उन्होंने आगे कहा, ”देखिए किन हालातों में कश्मीरी पंडित कैंपो में रह रहे हैं। एक-एक कमरे में 15-15 लोग रह रहे हैं। मैं बीजेपी के नेताओं से पूछना चाहता हूं क्या ये लोग गए हैं आज तक कि कश्मीर में लोग किस हालत में रह रहे हैं। पुरानी बातें छोड़िए, आज की बात कीजिए। आज हिंदू कश्मीर में अनसेफ हैं। हम कश्मीर में और नहीं रहना चाहते…लाशें जब घर में आती हैं तब अहसास होता है।”