द केरल स्टोरी जहां बॉक्स ऑफिस पर लगातार अच्छा व्यवसाय कर रही है। लोगों को फिल्म की कहना काफी पसंद आ रही है। वहीं,फिल्म द केरल स्टोरी जब से रिलीज हुई है तभी से सुर्खियों बनी हुई है। इस फिल्म को लेकर देशभर के कई हिस्सों में विवाद लगातार जारी है। देश के कई हिस्सों में फिल्म की स्क्रीनिंग बंद कर दी गई है। वहीं रविवार के दिन चेन्नई समेत तमिलनाडु के कई सिनेमाघरों में द केरल स्टोरी की स्क्रीनिंग बंद करने का फैसला लिया गया है।

इससे पहले फिल्म को रोकने के लिए कोर्ट का भी सहारा लिया गया था। हालांकि कोर्ट ने इस पर बैन लगाने से इंकार कर दिया था। तब से ही देश के लोग दो गुटों में सामने आ गए हैं। जहां एक पक्ष ने फिल्म को प्रोपेगेंडा बताते हुए कहा है कि यह फिल्म समाज को भड़काने का काम करेगी। तो वहीं दूसरे पक्ष ने फिल्म का अच्छा बताया है। इसी बीच बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने फिल्म फिल्म को लेकर बयान दिया है।

उन्होंने कहा है कि फिल्म में एक नए तरीके के आतंकवाद को दिखाया गया है। वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ का विरोध कर रहे राजनीतिक दलों पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि द केरल स्टोरी सिर्फ एक फिल्म नहीं है। कुछ लोग हैं जो लड़कियों को आतंकवाद के रास्ते पर फंसाना चाहते हैं और उनका चेहरा इस फिल्म में बेनकाब किया गया है।

फिल्म का विरोध करने पर अनुराग ठाकुर ने साधा कांग्रेस पर निशाना

अनुराग ठाकुर ने कहा कि ‘जो लोग इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं। वह पीएफआई और आईएसआईएस जैसे आतंकवादी संगठनों का समर्थन कर रहे हैं। द केरल स्टोरी सिर्फ एक फिल्म नहीं है बल्कि एक बहुत बड़े षड्यंत्र को बेनकाब करती है। इस फिल्म का जो विरोध करते हैं, वह लोग पीएफआई का समर्थन करते हैं। आतंकवादियों का समर्थन करते हैं। आईएसआईएस का समर्थन करते हैं।

अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि द केरला स्टोरी सिर्फ एक फिल्म नहीं है। कुछ लोग हैं जो लड़कियों को आतंकवाद के रास्ते पर फंसाना चाहते हैं और उनका चेहरा इस फिल्म में बेनकाब किया गया है। कुछ राजनीतिक दल इसका विरोध कर रहे हैं। मैं आपसे अपील करता हूं कि इस फिल्म को आप सब देखें कि किस तरह से हिंदू और क्रिश्चियन धर्म की बेटियों को आतंक के रास्ते पर ले जाने का काम हो रहा है।’

शबाना आजमी ने किया द केरल स्टोरी का समर्थन

बॉलीवुड एक्ट्रेस शबाना आजमी ने भी ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘जो लोग द केरल स्टोरी पर रोक लगाने की बात करते हैं, वे उतने ही गलत है, जितने कि वह आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा पर बैन लगाना चाहते थे। एक बार किसी फिल्म को सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन से सर्टिफिकेट मिल जाता है तो फिर किसी भी दूसरे कॉन्स्टिट्यूशन अथॉरिटी का कोई रोल नहीं रह जाता।’