पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इसमें सीनियर अभिनेता अनुपम खेर ने भी अपने विचार रखे हैं। अनुपम ने टाइम्स नाउ से बात करते हुए कहा कि ये ठीक है आर्टिस्ट की कोई सीमा नहीं होती लेकिन कम से कम आप उड़ी हमले की निंदा तो करें। जो देश आपको काम दे रहा है उसके लिए दुख तो जताए। ये बहुत बड़ी मांग नहीं है। जब पेशावर में हमला हुआ था तो मैंने खुद ओपन लेटर लिखा था। भारत के नागरिक होने के कारण हमें साफ सकेंत देने चाहिए। एक एक्टर एक आर्टिस्ट होने से पहले मैं भारतीय हूं। इस देश में ऐसा लोगों का समूह है जो सीधे तौर पर पाकिस्तान का साथ देते हैं।
जो अपने देश का नहीं हुआ वो दूसरे देश का कैसे हो सकता है। इसके अलावा अनुपम ने बलोचिस्तान पर भारतीय सरकार के रुख का समर्थन किया । इससे पहले पाकिस्तानी कलाकारों का पक्ष लेने पर मएनए के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार (27 सितंबर) को फिल्म निर्माता और निर्देशक करण जौहर के घर के बाहर प्रदर्शन किया। एमएनएस से जुड़े एक संगठन ने पाकिस्तानी कलाकारों को हिंदी फिल्म जगत में काम करने पर प्रतिबंध की मांग की थी। जिस पर करण जौहर ने कहा था कि पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगाना आतंकवाद का हल नहीं है। समाचार एजेंसी एनएनआई के अनुसार पुलिस ने उनके घर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। उरी आतंकी हमले के बाद एनएनएस से जुड़े एक संगठन ने मुंबई में काम करने वाले सभी पाकिस्तानी कलाकारों को भारत छोड़ने के लिए कहा था।
जब एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में करण से पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगाने से जुड़ा सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “क्या इससे आतंकवाद खत्म हो जाएगा?” करण जौहर ने कहा कि मैं लोगों के ग़ुस्से और नाराज़गी को समझता हूं लेकिन पाकिस्तान से आने वाले एक्टरों और कलाकारों पर प्रतिबंध लगाना आतंकवाद का हल नहीं है. करण जौहर ने कहा कि जब भी मैं इस तरह की ख़बर देखता हूं ना केवल डर लगता है बल्कि गुस्सा भी आता है। करण की अगले महीने रिलीज होने वाली फ़िल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ में पाकिस्तानी अभिनेता फ़वाद ख़ान और इमरान अब्बास भी दिखाई देंगे। एमएनएस ने उनकी फ़िल्म को महाराष्ट्र के सिनेमाघरों में न चलने देने की धमकी दी है. हालांकि महाराष्ट्र पुलिस ने एनएनएस के कुछ नेताओं को नोटिस दी है कि वो ऐसी गतिविधियों से दूर रहें।
Anupam Kher takes on pro-Pak lobby says, ‘jo apne desh ka nahi hua, woh dusre desh ka kaise ho sakta hai’ pic.twitter.com/rQzmIOqcHP
— TIMES NOW (@TimesNow) September 27, 2016