Anubhav Sinha: बॉलीवुड के सेलिब्रिटीज भी इन दोनों अपने-अपने पॉलिटिकल व्यू सोशल मीडिया पर खूब साझा कर रहे हैं। इनमें फिल्म डायरेक्टर अशोक पडिंत और अनुभव सिन्हा का नाम भी शामिल है। फिल्म आर्टिकल 15 बनाने वाले डायरेक्टर अनुभव सिन्हा ने हाल ही में एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने देश के अल्पसंख्यकों को लेकर अपनी बात रखी। अनुभव सिन्हा अपने पोस्ट में हिंदुस्तानियों को चैलेंज करते दिख रहे हैं। वह पोस्ट में कहते हैं कि एक तारीख ऐसी चुनी जाए जिसमें मायनॉरिटीज के आगे सभी घुटने टेकें। अनुभव ने पोस्ट में कहा-‘मैं हिंदुस्तानियों को चैलेंज करता हूं, एक तारीख़ तय करो और देश की minorities के सामने एक घुटने पे झुक के दिखाओ। करते हो #२अक्टूबर को? माफ़ी मांगते हैं इतने सालों की। Twitter FB से आगे निकलो।’

अनुभव सिन्हा के इस पोस्ट को देख कर फिल्ममेकर अशोक पंडित ने रिएक्ट किया। उन्होंने अनुभव सिन्हा के इन शब्दों को देख कर भड़कते हुए कहा कि चलिए कश्मीर से शुरुआत करते हैं। अशोक ने अपने ट्वीट में लिखा- ‘चलिए कश्मीर से शुरुआत करिए और वहां के मुसलमानों के घुटने टिकवा कर माफ़ी मंगवाइए ! ४ लाख कश्मीरी हिन्दुओं को बेघर किया है उन लोगों ने ! फिर गांधी परिवार के घुटने टिकवा देना सिखों के नरसंहार के लिए ! लंबी लिस्ट है भेजता रहूंगा !

अब अनुभव के ट्वीट पर और सोशल मीडिया यूजर्स ने भी रिएक्शन दिए। एक यूजर ने लिखा- ‘भाई पहले कश्मीर में जो हुआ उन्हें झुकना पड़ जाए घुटनों के बल।’ एक ने कहा- 1984 के दंगों के लिए राहुल गांधी माफी मांगे।’ तो किसी ने कहा- ‘देश में समान आचार संहिता लागू करने की मांग हिन्दू समाज कर रहा है ना कि मजहबी, ओबीसी वर्ग के आरक्षण के तहत मुस्लिम समुदाय को आरक्षण का लाभ, अल्पसंख्यक कल्याण योजनाओं की भरमार, सब्सिडी का लाभ और ना जाने कितनी ही सरकारी योजनाओं का लाभ लेता है मुस्लिम समुदाय इस देश में।’ तो किसी ने मजाकिया अंदाज में लिखा- ‘हैलो मुग़लों के वंशज बॉलीवुड, 30th February कैसा रहेगा?’

https://twitter.com/ashokepandit/status/1268758818244067328?s=19

तो  वहीं अशोक पंडित के पोस्ट पर भी यूजर्स ने रिप्लाई दिए। एक यूजर ने कहा- ‘अनुभव सिन्हा बड़ा नेता बन रहा है ना, ओपन चेलेंज है, हिम्मत है तो मेवात में हिन्दू दलितों पर हो रहे अत्याचार, हिंसा, रेप, हत्या पर निष्पक्ष फिल्म बना के दिखाए। वामपंथी दलदल के मेंढ़क अपनी टर टर बंद कर लें तो ही अच्छा है।’ एक यूजर ने कहा- ‘ये तो सिर्फ आजादी के बाद की कुछ घटनाएं हैं जबकि 800 साल का इतिहास हिन्दुओं के रक्त से सना हुआ है। पूरी ज़िन्दगी निकल जाएगी माफी मांगते मांगते इनकी।’ तो किसी ने अनुभव के लिए लिखा-‘तू अपनी चोंच बन्द पोंगा पंडित।’