लखीमपुर हिंसा मामले में देश की सर्वोच्च अदालत ने योगी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर अपनी असंतुष्टि जाहिर की है। उन्होंने राज्य सरकार को फटकार लगाते हुए मामले की जांच किसी और एजेंसी को सौंपने के लिए कही है। वहीं सूत्रों का कहना है कि आशीष मिश्रा की लोकेशन नेपाल के आसपास पाई गई है। इस मामले को लेकर आज तक के ‘हल्ला बोल’ में भी चर्चा की गई, जहां बातों-बातों में भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी बोल पड़े कि छोटे मामले पर इतना हल्ला और देश के टुकड़े करने वाले मामलों पर कोई आवाज नहीं। उनकी इस बात को लेकर अंजना ओम कश्यप ने भी उन्हें करारा जवाब दिया।
सुधांशु त्रिवेदी ने मामले पर चर्चा करते हुए कहा, “हमारे दोनों विरोधी प्रवक्ता सर्वोच्च न्यायालय की बात कर रहे हैं। सिर्फ एक सप्ताह पहले ही सर्वोच्च न्यायालय ने क्या कहा था किसान आंदोलन के लिए, उसके बाद भी आपने भारत बंद का समर्थन किया था। सर्वोच्च न्यायालय ने जब मामले के लिए कमेटी गठित कर दी थी, उसके बाद भी आप लोग काला कानून कह रहे थे।”
सुधांशु त्रिवेदी ने इस बारे में आगे कहा, “यहां पर तो यह है कि अपराध हुआ है, वो भी आरोप और विवेचना की स्थिति में है। जहां सर्वोच्च न्यायालय ने तय कर दिया, उस पर अपना फैसला सुना दिया और उसे रेयर ऑफ द रेयरेस्ट क्राइम कहा, संसद पर हमला। उसके बाद भी यह सर्वोच्च न्यायालय के खिलाफ बयान दे रहे थे।”
सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा, “अफजल हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं। किसे कातिल कह रहे थे, सर्वोच्च न्यायालय को ही ना, आप ही की सरकार थी। तो छोटे अपराध पर इतना हल्ला और देश को टुकड़ा करने वाले पर कुछ नहीं।” उनकी इस बात का जवाब देते हुए अंजना ओम कश्यप ने कहा, “सुधांशु जी बहुत किरकिरी हो रही है, सुप्रीम कोर्ट भी लताड़ रहा है।”
इस बात पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “मैंने संसद के संदर्भ में कहा है। उसे एससी ने रेयर ऑफ द रेयरेस्ट क्राइम कहा था, इसे कहा है कुछ ऐसा?” उनकी इस बात पर बिफरते हुए अंजना ओम कश्यप ने कहा, “आप टेप लेकर नापते रहिए कि कौन सा अपराध छोटा है और कौन सा अपराध बड़ा है। आठ लोगों की मौत हुई है और जिस तरह से यह मामला और जांच सवालों के घेरे में आ रहा है, बहुत आसान नहीं है। मंत्री पुत्र गायब हैं और पिता राज्य के गृह मंत्री हैं।”