Anil Kapoor: अनिल कपूर और सुनीता कपूर की लव स्टोरी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। अनिल बताते हैं कि उनकी जिंदगी का सबसे बेहतरीन दिन 19 मई 1984 रहा। इसलिए हमेशा 19 मई उनके लिए स्पेशल होता है। दरअसल, अनिल ने इस दिन ही सुनीता को प्रपोज किया था और उनसे उन्हें हमेशा के लिए मांग लिया था। अनिल बताते हैं कि ऐसा बहुत बार हुआ जब अनिल और सुनीता की शादी टल चुकी थी।

अनिल कपूर कहते हैं कि वह चाहते थे कि सुनीता जब उनके घर आएं तो उन्हें किसी भी चीज की जरूरत न महसूस हो। अनिल चाहते थे कि वे एक घर खरीद सकें और रसोई में एक कुक रख सकें। वे सुनीता के लिए ये सब करने के काबिल बनना चाहते थे। अनिल ने आगे बताया कि ‘कई परेशानियों के बाद आखिर वो दिन आया जब हमारी शादी हुई।’

19 मई को अनिल और सुनीता शादी के पवित्र बंधन में बंध गए। अनिल बताते हैं कि ‘जब मैं सुनीता के घर गया और उन्हें दुल्हन बने देखा तो वह हंस रही थीं औऱ मेरी आंखों मे आंसू आ गए। मैं खुश था और नर्वस भी था। हमारी शादी की तैयारियां सिर्फ एक दिन के अंदर हुईं। हमारी शादी बड़े लेवल पर नहीं हुई थी, न ही हम लोग हनीमून के लिए बाहर गए थे।’ एक्टर बताते हैं- ‘सुनीता अक्सर ये बात मुझे याद दिलाती हैं औऱ चिढ़ाती हैं।’

अनिल ने ये भी बताया कि जब उन्होंने जल्दी शादी करने का फैसला लिया तो कई लोगों ने कहा कि ये फैसला उनके करियर को खत्म कर सकता है। अनिल ने बताया कि वह अपनी जिंदगी का एक भी लम्हा अब सुनीता के बगैर जीकर बर्बाद नहीं करना चाहते थे।

दरअसल, शादी के 36 साल पूरे होने की खुशी में एक्टर ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की है,  जिसमें उन्होंने ये सारी जानकारियां दी हैं। अनिल ने अपने पोस्ट में लिखा- ‘मैं अपनी जिंदगी बस सुनीता के साथ जीना चाहता था। मैं उसके औऱ वो मेरे साथ रहना चाहती थी। हमारे लिए करियर और प्यार नहीं प्यार और करियर था।’