53 Years of Bombay To Goa: अमिताभ बच्चन और शत्रुघ्न सिन्हा की फिल्म ‘बॉम्बे टू गोवा’ की रिलीज को आज 53 साल हो गए। 3 मार्च 1972 को रिलीज हुई ये फिल्म सुपरहिट हुई थी। ये अमिताभ के करियर की पहली हिट फिल्म भी थी। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन ने एक घूंसा शत्रुघ्न सिन्हा के चेहरे पर मारा था जिसके बाद उनके चेहरे से खून निकलने लगा था, इस बात का जिक्र खुद शत्रुघ्न ने ये इंटरव्यू में किया था।
घूंसा मारकर पैनिक हो गए थे अमिताभ बच्चन- शत्रुघ्न सिन्हा
शत्रुघ्न सिन्हा ने एक इंटरव्यू में इस घटना का जिक्र करते हुए बताया था कि उस सीन के दौरान अमिताभ बच्चन का घूंसा इतनी जोर से लगा कि मेरे चेहरे से खून बहने लगा। अचानक सेट पर अफरा-तफरी मच गई। मैं खुद भी हक्का-बक्का रह गया, लेकिन उससे भी ज्यादा घबराए हुए थे अमिताभ। वो इतने परेशान हो गए कि बार-बार मुझसे माफी मांगने लगे। उनका चेहरा डर और चिंता से भर गया था। हालत ऐसी हो गई कि मुझे ही उन्हें शांत कराना पड़ा, जबकि असल में तकलीफ तो मुझे हो रही थी!
राजीव गांधी को भी ऑफर हुई थी बॉम्बे टू गोवा
आपको जानकर हैरानी होगी कि ये फिल्म राजीव गांधी को भी ऑफर की गई थी, उस वक्त राजीव गांधी पायलट हुआ करते थे और उन्हें एक्टिंग में दिलचस्पी नहीं थी। किस्सा टीवी में छपी खबर के मुताबिक राजीव गांधी ने ही अपने दोस्त अमिताभ बच्चन का नाम इस फिल्म के लिए सजेस्ट किया था। बॉम्बे टू गोवा का निर्देशन एस. रामानाथन ने किया था। फिल्म को प्रोड्यूस किया था एन सी सिप्पी और कॉमेडी एक्टर महमूद ने। महमूद खुद भी इस फिल्म में एक अहम किरदार में नजर आए थे।
बॉम्बे टू गोवा की वजह से अमिताभ को ऑफर हुई थी ज़ंजीर
बॉम्बे टू गोवा अमिताभ बच्चन साहब के लिए बेहद खास रही क्योंकि इसी फिल्म को देखकर ही प्रकाश मेहरा ने उन्हें अपनी फिल्म ‘ज़ंजीर’ में लेने का फैसला किया था। फिल्म ज़ंजीर ने अमिताभ की स्टारडम को कहां से कहां पहुंचा दिया ये तो हम सभी जानते हैं। दरअसल प्रकाश मेहरा ने मुंबई के ग्रांट रोड पर स्थित नाज़ सिनेमा में देव आनंद के साथ अमिताभ और शत्रुघ्न की फिल्म बॉम्बे टू गोवा देखी थी। उस फिल्म को देखकर प्रकाश मेहरा को लगा कि उन्हें उनकी फिल्म का हीरो मिल गया है। दरअसल इससे पहले प्रकाश मेहरा ने देव आनंद को भी ज़ंजीर ऑफ़र की थी, लेकिन उन्होंने फिल्म के लिए न कह दिया था।